MP News: महिला ने ब्रेक की जगह एक्सीलेटर दबाया, बच्चों से भरे रिक्शा में घुसी मर्सीडिज कार; कई घायल
इंदौर में तेज रफ्तार में आ रही मर्सीडिज कार ने ऑटो रिक्शा को टक्कर मार दी। स्कूल बच्चों को लेकर आ रहा ऑटो रिक्शा पलट गया। चालक सहित तीन बच्चे घायल हो हुए है। कार एक महिला चला रही थी। उसने जल्दबाजी में ब्रेक के स्थान पर एक्सीलेटर दबा दिया था। तुकोगंज पुलिस ने महिला के विरुद्ध केस दर्ज किया है।

जेएनएन, इंदौर। वल्लभ नगर में तेज रफ्तार में आ रही मर्सीडिज कार ने ऑटो रिक्शा को टक्कर मार दी। स्कूल बच्चों को लेकर आ रहा ऑटो रिक्शा पलट गया। चालक सहित तीन बच्चे घायल हो हुए है। कार एक महिला चला रही थी।
महिला ने ब्रेक की जगह एक्सीलेटर दबाया
उसने जल्दबाजी में ब्रेक के स्थान पर एक्सीलेटर दबा दिया था। तुकोगंज पुलिस ने महिला के विरुद्ध केस दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक घटना बुधवार सुबह करीब 11 बजे पांच एवं छह नंबर प्लेटफार्म के सामने की है। ऑटो रिक्शा क्रमांक एमपी 09डीवाय 4946 का चालक गौरव राजेंद्र जायसवाल (आराधनानगर) बच्चों को लेकर आ रहा था।
ऑटो में चार बच्चे बैठे हुए थे जो घायल हो गए
ऑटो में चार बच्चे बैठे हुए थे। जैसे ही वह राजकुमार ब्रिज से नीचे उतर कर वल्लभनगर की ओर मुड़ा सामने स्कूल बस आ गई। गौरव ऑटो लेकर साइड में खड़ा हो गया। तभी सामने से तेज रफ्तार में मर्सीडिज कार(एमपी 09डब्ल्यूडी 0018) आई और ओटो रिक्शा में घुस गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ऑटो पलटी खा गया। बच्चे उसमें दब गए और रोने लगे।
राहगिरों की मदद से आटो रिक्शा सीधा किया और बच्चों को बाहर निकाला। गौरव के मुताबिक हादसे में युवान जोशी,श्रीलील जैन एवं एक अन्य को चोट आई है। गौरव को भी पैर और प्राइवेट पार्ट में चोट लगी है। चालक को धमकाया,थाने में छुटभैये नेता बुलाए टक्कर के बाद महिला ने कार लेकर भागने की कोशिश की।
सूचना मिलने पर स्वजन पहुंच गए। डाक्टर मनीष कुमार जैन ने महिला को रोक लिया। एडिशनल पुलिस कमिश्नर अमित सिंह को काल लगाया और मौके पर ही पुलिस बुलाई। महिला ने चालक को धमकाने की कोशिश की। उसने छुटभैये नेताओं को बुला लिया।
पुलिस आरटीओ को पत्र लिख कर जानकारी मांगेगी
महिला जानकारी दिए बगैर ही चली गई। पुलिस ने न उसका नाम लिखा न उसके कथन लिए। टीआइ जितेंद्र यादव के मुताबिक महिला का नाम निधी गर्ग निवासी अग्रसेन नगर पता चला है। पुलिस आरटीओ को पत्र लिख कर जानकारी मांगेगी।
लाइसेंस से इनकार,बीमा तीन साल पूर्व खत्म
बच्चों को राहगिरों की मदद से निजी अस्पताल में पहुंचाया। अस्पताल से सूचना मिलने के बाद पुलिस ने कार नंबर के आधार से केस दर्ज किया। एफआइआर में महिला का नाम नहीं लिखा है। श्रीलील जैन के पिता डा.मनीष कुमार जैन के मुताबिक महिला ने ड्राइविंग लाइसेंस भी प्रस्तुत नहीं किया। परिवहन विभाग की साइट के मुताबिक कार का बीमा अक्टूबर 2022 में ही समाप्त हो चुका है।
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