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    Janmashtami 2023: मुंबई में दही हांडी उत्सव की तैयारी जोरों पर, 'गोविंदा' के लिए BMC ने कर रखे हैं खास इंतजाम

    By AgencyEdited By: Mahen Khanna
    Updated: Thu, 07 Sep 2023 09:54 AM (IST)

    Janmashtami 2023 कृष्ण जन्माष्टमी की धूम देशभर में मची है। इस अवसर पर मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में आज दही हांडी उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इसके चलते बीएमसी ने भी पूरे इंतजाम कर रखे हैं। बीएमसी ने कहा कि उसने शहर के नागरिक अस्पतालों में 125 बिस्तर तैयार रखे हैं ताकि घायल गोविंदा को आसानी से भर्ती कराया जा सके।

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    Janmashtami 2023 दही हांडी उत्सव के लिए बीएमसी के पूरे इंतजाम।

    मुंबई, एजेंसी। Janmashtami 2023 देशभर में आज कृष्ण जन्माष्टमी की धूम मची है। मंदिरों में भगवान श्री कृष्ण के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ देखने को मिल रही है। कृष्ण जन्माष्टमी (Janmashtami 2023) के चलते मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में आज दही हांडी उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। 

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    इसके चलते बीएमसी (बृहन्मुंबई नगर निगम) ने भी पूरे इंतजाम कर रखे हैं। बीएमसी ने कहा कि उसने शहर के नागरिक अस्पतालों में 125 बिस्तर तैयार रखे हैं ताकि किसी 'गोविंदा' (उत्सव में भाग लेने वाले) को अगर दही हांडी उत्सव के दौरान मानव पिरामिड बनाते वक्त चोट लगती है तो उसे भर्ती कराया जा सके।

    बीएमसी ने क्या कहा

    बीएमसी ने कहा कि भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में गोविंदा हवा में लटकी 'दही हांडी' को तोड़ने के लिए मानव पिरामिड बनाते वक्त कई बार घायल हो जाते हैं। बीएमसी ने आगे कहा कि 125 बिस्तरों में से 10 सायन अस्पताल में, सात केईएम अस्पताल में, चार नायर अस्पताल में और शेष शहर और उपनगरों के विभिन्न नागरिक अस्पतालों में तैयार रखे गए हैं।

    जानकारी के अनुसार, इन अस्पतालों में घायल गोविंदाओं के इलाज के लिए तीन शिफ्टों में स्वास्थ्य कर्मियों को तैनात किया गया है, जिन्हें इंजेक्शन और दवाएं आदि तैयार रखने का निर्देश दिया गया है।

    यह भी पढ़ें- Janmashtami 2023: दिल्ली से लेकर कोलकाता के मंदिरों में जन्माष्टमी की धूम, ढोल पर थिरकते नजर आए भक्त

    प्राथमिक उपचार की भी व्यवस्था

    जिन गोविंदाओं को मामूली चोटें आई हैं, उन्हें प्राथमिक उपचार दिया जाएगा और छुट्टी दे दी जाएगी, जबकि जिन लोगों को लंबे समय तक इलाज की जरूरत है, उनके इलाज के लिए अस्पतालों में व्यवस्था की गई है।

    बता दें कि दही हांडी कार्यक्रम के कुछ आयोजक मटकी तोड़ने में सफल होने वाले गोविंदाओं को भारी नकद पुरस्कार देते हैं। खास बात यह है कि कुछ प्रमुख गोविंदा टीमें 8 से 9 स्तरों वाले मानव पिरामिड बनाते हैं, जिसे देखने के लिए भी लोगों का हुजूम उमड़ता है।