Mumbai Rains: मुंबई में बारिश ने थामी मोनोरेल की रफ्तार, एलिवेटेड ट्रैक पर फंसी; यात्रियों को क्रेन से उतारा गया
मुंबई में पिछले कुछ दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है जिसके कारण शहर के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। मंगलवार शाम को मैसूर कॉलोनी गेट के पास मुंबई मोनोरेल पटरी से उतर गई। शुरुआती जानकारी के अनुसार मोनोरेल में बिजली आपूर्ति की समस्या के कारण यह हादसा हुआ। MMRDA की टीम जल्द से जल्द स्थिति को सामान्य करने की कोशिश कर रही है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मुंबई में पिछले कुछ दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है। महानगर के कई हिस्सों में जलजमाव की स्थिति पैदा हो गई है। इसी बीच मुंबई में 20 किमी. के एलीवेटेड मार्ग पर चलने वाली मोनो रेल सेवा भी बारिश के कारण मंगलवार शाम 6.30 बजे अचानक थम गई।
ट्रेन में फंसने के बाद यात्रियों द्वारा सहायता के लिए बीएमसी के आपात सहायता नंबर पर फोन किया गया, तो तुरंत तीन स्नोर्कल व्हिकल की मदद से यात्रियों के मोनो रेल से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
मोनोरेल का संचालन करने वाले एमएमआरडीए के अधिकारियों के अनुसार मोनो रेल की इलेक्ट्रिक सप्लाई बाधित होने के कारण मैसूर कालोनी स्टेशन के पास एक मेट्रो एलिवेटेड ट्रैक पर रुक गई थी। लेकिन अग्निशमन दल की मदद से सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, और मोनो रेल सेवाओं को ठीक करने का काम किया जा रहा है।
मुंबई फायर ब्रिगेड के मुख्य अग्निशमन अधिकारी रवींद्र अंबुलगेकर ने कहा, 'कुल 582 लोगों को बचाया गया है। हम 10 मिनट बाद यहां पहुंचे और सभी यात्रियों को आश्वासन दिया कि वे सुरक्षित हैं और उन्हें सुरक्षित बचा लिया जाएगा। सभी यात्री सुरक्षित हैं और बचाव अभियान पूरा हो गया है।'
मूसलाधार बारिश में 21 मरे
देश के पश्चिमी राज्य महाराष्ट्र में जुलाई माह में सामान्य से कम बरसात के बाद 15 से 19 अगस्त के बीच मुंबई सहित पूरे राज्य में हुई मूसलाधार बरसात में 21 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, और 12 से 14 लाख एकड़ खड़ी फसल तबाह हो गई है। बारिश का कहर अगले दो-तीन भी जारी रहने की संभावना है।
मंत्रालय स्थित राज्य आपातकालीन कंट्रोल रूम की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार पांच दिनों में 21 लोगों की मौत हो गई है। जबकि बाढ़, डूबने, बिजली का झटका लगने, स्लैब और दीवार गिरने, भूस्खलन जैसी वर्षाजनित घटनाओं में 10 लोग घायल हो गए हैं। नांदेड़ जिले के मुखेड़ में चार लोगों की मौत की खबर है, जबकि एक लापता व्यक्ति के मृत होने की आशंका है।
भारतीय सेना भी आगे आई
नांदेड़ में एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की मदद के लिए भारतीय सेना भी आगे आई है। एक ओर अरब सागर और दूसरी ओर तुंगारेश्वर वन्यजीव अभयारण्य के बीच स्थित मुंबई के पड़ोसी जिले पालघर की वसई-नालासोपारा-विरार टाउनशिप में मूसलाधार बारिश का सबसे अधिक असर पड़ा और कई इलाकों में भारी जलभराव की खबरें आ रही हैं। ये क्षेत्र 15 से 17 अगस्त की बरसात में अपेक्षाकृत कम प्रभावित थे।
ट्रेन सेवाएं भी प्रभावित
वसई-विरार सिटी नगर निगम (वीवीसीएमसी) क्षेत्र में 497 लोगों को अस्थायी रूप से सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है। निचले इलाकों में पानी भर जाने के कारण सड़क यातायात बाधित हुआ है, और नालासोपारा और वसई स्टेशनों के बीच जलभराव और वसई जंक्शन में प्वाइंट फेल होने के कारण पश्चिम रेलवे की उपनगरीय ट्रेन सेवाएं भी प्रभावित हुईं हैं।
मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में 1,000 से अधिक लोगों को बाढ़ जैसी स्थिति से बचाया गया है। क्योंकि मूसलाधार बारिश ने भारत की वित्तीय राजधानी के निचले जलमग्न हो गए हैं। मंगलवार को लगातार दूसरे दिन भी सड़क और रेल यातायात बाधित रहा, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। मुंबई के बीच से होकर गुजरनेवाली बरसाती मीठी नदी कई स्थानों पर उफान पर है। मीठी नदी के आसपास रहने वाले 400 से 500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
ऑरेंज अलर्ट जारी
रविवार से मंगलवार के बीच महानगर के कई स्थानों पर 600 मिमी. से अधिक वर्षा दर्ज की गई है। मुंबई शहर और मुंबई उपनगरीय तथा पालघर, ठाणे और रायगढ़ शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों के पड़ोसी हिस्सों को अगले दो दिन के लिए 'रेड अलर्ट' के तहत रखा गया है। बुधवार के लिए मुंबई-एमएमआर के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया गया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंत्रिमंडल की साप्ताहिक बैठक में स्थिति की समीक्षा के बाद कहा कि अगले 48 घंटे महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं। फडणवीस के अनुसार नांदेड़ में बारिश से जुड़ी विभिन्न घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री ने राज्य में 12 से 14 लाख एकड़ खड़ी फसल के नुकसान की जानकारी देते हुए कहा कि किसानों को हुए इस नुकसान का आकलन किया जा रहा है, ताकि उनकी मदद की जा सके।
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) मुंबई में आवश्यक सेवाओं वाले कार्यालयों को छोड़कर सभी सरकारी और अर्ध-सरकारी कार्यालयों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। इसके अलावा, निजी कार्यालयों, संस्थानों और प्रतिष्ठानों से कहा गया है कि वे अपने कर्मचारियों को घर से काम करने का निर्देश दें और यदि आवश्यक न हो तो बाहर निकलने से बचें। भारी बारिश के कारण मुंबई उच्चन्यायालय का कामकाज भी आधे दिन के बाद बंद करना पड़ा।
24 घंटे में 300 मिमी से अधिक बारिश
बीएमसी के अनुसार सोमवार सुबह 8 बजे से मंगलवार सुबह 8 बजे तक कई जगहों पर 300 मिमी से ज़्यादा बारिश दर्ज की गई। मुंबई के जिन इलाकों में 300 मिमी से ज़्यादा बारिश दर्ज की गई, उनमें चिंचोली फायर स्टेशन (361 मिमी), कांदिवली फायर स्टेशन (337 मिमी), डिंडोशी कॉलोनी म्युनिसिपल स्कूल (305 मिमी), मागाठाणे बस डिपो (304 मिमी), एसडब्ल्यूडी वर्कशॉप, दादर (300 मिमी), चेंबूर फायर स्टेशन (297 मिमी) शामिल हैं।
मुंबई की जीवन रेखा पर असर
मुंबई की जीवनरेखा मानी जाने वाली उपनगरीय रेलवे पर भी भारी बारिश का असर पड़ा है और मध्य एवं पश्चिम रेलवे की सेवाएं दिन भर बाधित रहीं। मध्य रेलवे की लंबी दूरी की ट्रेनों पर भी पटरियों पर हुए जलभराव का असर पड़ा है। मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के फंसे हुए यात्रियों की मदद के लिए बीएमसी की टीमों ने उन्हें पानी, चाय और भोजन उपलब्ध कराया है।
हवाई अड्डे का संचालन प्रभावित
सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में से एक छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रनवे पानी भर जाने से दिन भर परिचालन प्रभावित रहा।
राज्य ब्यूरो और एजेंसी इनपुट के साथ
यह भी पढ़ें- Mumbai Rains: मुंबई में बारिश से सड़कों पर सैलाब, ट्रेनों-फ्लाइट्स की रफ्तार थमी; स्कूल और कॉलेज भी बंद
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।