Maharashtra: अंडे देने के लिए कछुआ ने तय की 3600 किमी की दूरी, बन गया विश्व रिकॉर्ड
ओलिवर रिडले कछुए ने ओडिशा के गहिरमाथा समुद्री अभयारण्य से 3600 किमी तैरकर रिकॉर्ड बना दिया है। इस कछुए को 18 मार्च 2021 को ओडिशा तट पर गहिरमाथा समुद्री अभयारण्य में व्हीलर्स द्वीप पर टैग किया गया था। भारतीय प्राणी सर्वेक्षण के वरिष्ठ विज्ञानी बासुदेव त्रिपाठी ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है जब कछुए ने ओडिशा तट से अंडे देने के लिए इतनी लंबी दूरी तय की है।

पीटीआई, मुंबई। ओलिवर रिडले कछुए ने ओडिशा के गहिरमाथा समुद्री अभयारण्य से 3600 किमी तैरकर रिकॉर्ड बना दिया है। इस कछुए को 18 मार्च, 2021 को ओडिशा तट पर गहिरमाथा समुद्री अभयारण्य में व्हीलर्स द्वीप पर टैग किया गया था।
कछुए ने ओडिशा तट से अंडे देने के लिए इतनी लंबी दूरी तय की
महाराष्ट्र के गुहागर समुद्र तट पर अंडे देने से पहले इस कछुए ने बंगाल की खाड़ी में लगभग 3,600 किमी तैरकर तय की। भारतीय प्राणी सर्वेक्षण के वरिष्ठ विज्ञानी बासुदेव त्रिपाठी ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है जब कछुए ने ओडिशा तट से अंडे देने के लिए इतनी लंबी दूरी तय की है।
कछुए ने गुहागर समुद्र तट पर 120 अंडे दिए थे
अधिकारी ने बताया कि इस कछुए ने गुहागर समुद्र तट पर 120 अंडे दिए थे। इसे इस वर्ष 27 जनवरी को देखा गया था, जब यह समुद्र की ओर वापस जा रहा था।
कछुए पर जेडएसआइ नाम और 03233 नंबर अंकित है। 120 अंडों में से 100 से बच्चे निकल आए हैं, जिन्हें समुद्र में छोड़ दिया गया है। उन्होंने बताया कि अंडों से बच्चे निकलने में आमतौर पर 50-60 दिन लगते हैं।
वैज्ञानिक भी हुए हैरान
मैंग्रोव फाउंडेशन के उप निदेशक मानस मांजेरकर ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बनाने वाली बात यह है कि पहली बार ऐसा हुआ है कि ओलिव रिडले कछुए ने भारत के पूर्वी और पश्चिमी दोनों तटों पर अंडे दिए हैं। इससे यह धारणा भी गलत साबित हुई है कि पूर्वी तट पर अंडे देने वाले कछुए पश्चिमी तट पर नहीं जाते। पहले ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं था।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।