सशस्त्र बलों के बीच समन्वय का उज्ज्वल उदाहरण है ऑपरेशन सिंदूर, वायु सेना प्रमुख ने दुश्मनों को फिर चेताया
एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की स्वदेशी क्षमताओं और सशस्त्र बलों के बीच समन्वय का एक शानदार उदाहरण था। वायु सेना राष्ट्र की रक्षा करेगी अपनी क्षमताओं को बढ़ाएगी और नवाचार को अपनाएगी। भारतीय वायु सेना हमेशा लोगों के साथ खड़ी रही है बाढ़ और आपदाओं के दौरान जीवन बचाती है और संघर्ष क्षेत्रों से नागरिकों को निकालती है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर स्पष्ट दिशा, भारत की स्वदेशी क्षमताओं और सशस्त्र बलों के बीच प्रभावी समन्वय का 'उज्ज्वल उदाहरण' था। सिंह ने मंगलवार को 93वें वायु सेना दिवस से एक दिन पहले अपने संदेश में कहा, "ऑपरेशन सिंदूर स्पष्ट उच्च दिशा, हमारी स्वदेशी क्षमता और सभी रक्षा बलों के बीच प्रभावी समन्वय और संयुक्तता का उज्ज्वल उदाहरण है।''
उन्होंने कहा, ''भारतीय वायु सेना हमारी राष्ट्र की आसमानों की रक्षा करती रहेगी, अपनी क्षमताओं को बढ़ाते हुए, नवाचार को अपनाते हुए और पेशेवरता के उच्चतम मानकों को बनाए रखते हुए।''
'वायुसेना हमेशा लोगों के साथ है'
उन्होंने कहा, ''लड़ाई की भूमिका से परे भारतीय वायु सेना हमेशा लोगों के साथ खड़ी रही है, बाढ़, आपदाओं के दौरान जीवन को बचाते हुए और संघर्ष क्षेत्रों से नागरिकों को निकालते हुए, जैसा कि ऑपरेशन सिंधु और ऑपरेशन ब्रह्मा के दौरान प्रदर्शित किया गया।''
उन्होंने कहा, ''भारतीय वायु सेना हमेशा राष्ट्र की पुकार पर पहले उत्तरदाता रही है और रहेगी।'' वायु सेना प्रमुख ने शहीद हुए नायकों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। भारतीय वायु सेना बुधवार को हिंडन एयरबेस पर वायु सेना दिवस मनाएगी। भारतीय वायु सेना की आधिकारिक स्थापना 8 अक्टूबर, 1932 को हुई थी।
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