एअर इंडिया के ड्रीमलाइनर विमानों में बढ़ रहीं समस्याएं, पायलट संघ ने की जांच की मांग
एअर इंडिया के ड्रीमलाइनर विमानों में लगातार आ रही तकनीकी खराबी के कारण, फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय से पूरे बेड़े की उड़ानें रोकने और इलेक्ट्रिकल सिस्टम की जांच कराने की मांग की है। पायलट संघ ने विमानों के ऑटोपायलट सिस्टम में आ रही दिक्कतों पर भी चिंता जताई है, जिसके कारण विमानों को मैन्युअल रूप से उड़ाना पड़ रहा है।

एअर इंडिया के ड्रीमलाइनर विमानों में बढ़ रहीं समस्याएं, पायलट संघ ने की जांच की मांग (फाइल)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एअर इंडिया के विमानों में हाल फिलहाल बड़ी गड़बडि़यों के सामने आने के बाद फेडरेशन आफ इंडियन पायलट्स (एफआइपी) ने नागरिक उड्ड्यन मंत्रालय से मांग की है कि ड्रीमलाइनर के समूचे बेड़े को उड़ान भरने से रोका जाए और इनके इलेक्टि्रकल सिस्टम की जांच हो और डीजीसीए के जरिये एअर इंडिया की विशेष आडिट कराई जाए।
एअर इंडिया के बेड़े में 33 ड्रीमलाइनर हैं। इंडिगो भी इन विमानों का इस्तेमाल करती है। एफआइपी ने गुरुवार को कहा कि विएना से दिल्ली की एअर इंडिया की उड़ान (एआइ154) को तकनीकी गड़बड़ी की वजह से दुबई डायवर्ट करना पड़ा था। इसके पहले चार अक्टूबर को अमृतसर से बर्मिंघम की उड़ान एआइ117 में भी तकनीकी गड़बडि़यां सामने आई थीं, जिसके चलते विमान का रैम एयर टर्बाइन (रैट) सक्रिय हो गया था। ये दोनों विमान बोइंग 787 थे, जिनको ड्रीमलाइनर के तौर पर जाना जाता है।
पायलट संघ ने की जांच की मांग
नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू को लिखे पत्र में एफआइपी के अध्यक्ष कैप्टन सीएस रंधावा ने कहा कि इस साल 16 जून से समूह इन विमानों की गहन जांच की मांग कर रहा है। विमानों, खासतौर पर बी-787, की न्यूनतम उपकरण सूची (एमईएल) और विमानों में लगातार आ रही गड़बडि़यों की जांच की जरूरत है।
समूह ने कहा कि विमानों के जरूरी प्रणाली, जिसमें आटोपायलट, इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम, फ्लाइट डायरेक्टर और फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम डिग्रेडेशन शामिल हैं, उनके विफल होने के मामले बढ़ रहे हैं। इलेक्टि्रकल समस्या की वजह से पायलट विमानों में आटोपायलट मोड सक्रिय नहीं कर पा रहे हैं, जिससे विमानों को रात में मैन्युअली उड़ाना पड़ रहा है और दुबई डायवर्ट करना पड़ रहा है।
(समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
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