Amit Khare: कौन हैं अमित खरे? जो बने उपराष्ट्रपति के सचिव; दिल्ली से है खास नाता
सरकार ने सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी अमित खरे को उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन का सचिव नियुक्त किया है। उनकी नियुक्ति पदभार संभालने की तिथि से तीन वर्षों के लिए होगी। अमित खरे पहले प्रधानमंत्री के सलाहकार के रूप में कार्यरत थे और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के निर्माण में शामिल थे। वे बिहार के चारा घोटाले को उजागर करने में अपनी भूमिका के लिए भी जाने जाते हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सरकार ने रविवार को सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी अमित खरे को उपराष्ट्रपति सीपी. राधाकृष्णन का सचिव नियुक्त किया। उनकी नियुक्ति पदभार संभालने की तिथि से तीन वर्षों के लिए होगी।
अमित 12 अक्टूबर 2021 से प्रधानमंत्री के सलाहकार के रूप में कार्यरत हैं। वह प्रधानमंत्री कार्यालय में सामाजिक क्षेत्र से संबंधित मामलों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वह राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के निर्माण और कार्यान्वयन की कोर टीम का भी हिस्सा रहे हैं।
तीन वर्षों की होगी नियुक्ति
कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है, कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने 1985 बैच के झारखंड कैडर के सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी अमित खरे को उपराष्ट्रपति के सचिव के रूप में नियुक्त करने की स्वीकृति दी है। उनकी नियुक्ति अनुबंध के आधार पर पदभार ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्षों के लिए होगी।
चारा घोटाला उजागर करने में रही अहम भूमिका
अमित खरे बिहार के चारा घोटाले को उजागर करने में अपनी भूमिका के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। अमित खरे दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कालेज से स्नातक हैं। उन्होंने आइआइएम अहमदाबाद से स्नातकोत्तर डिग्री हासिल की है।
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