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    'नशेबाज बाइक राइडर, फ्रॉड ड्राइवर', कुरनूल बस अग्निकांड की कहानी के वो किरदार जिनकी वजह से 20 लोग जिंदा जलकर मर गए 

    Updated: Sun, 26 Oct 2025 04:43 PM (IST)

    आंध्र प्रदेश के कुरनूल में एक दर्दनाक बस अग्निकांड में 20 लोगों की जान चली गई। इस हादसे की वजह एक बाइक सवार का नशे में गाड़ी चलाना और बस ड्राइवर का फर्जी लाइसेंस होना बताया जा रहा है। पुलिस ने ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच कर रही है। पुलिस कमिश्नर ने नशे में गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।

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    कुरनूल बस अग्निकांड के किस वजह से हुआ?

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के कुरनूल में बस अग्निकांड में 20 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। ये घटना दिखाती है कि हमारे रोड सेफ्टी प्रोसेस में कमियों के कितने खतरनाक नतीजे हो सकते हैं। इस कहानी के दो किरदार उभरकर सामने आए हैं, जिसमें एक वो बस ड्राइवर जिसने फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र के आधार पर लाइसेंस हासिल कर लिया और दूसरा वो बाइक राइडर जिसने नशे में बाइक चलाने का फैसला किया।

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    मामले में बस ड्राइवर मिरियाला लक्ष्मैया को गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच करने पर पता चला कि लक्ष्मैया ने सिर्फ कक्षा 5 तक पढ़ाई की और उसने 10वीं पास का फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर गाड़ी चलाने का लाइसेंस हासिल कर लिया। ड्राइविंग लाइसेंस पाने के लिए जो नियम है उसमें कक्षा 8 तक पढ़ाई करना जरूरी है।

    कैसे हुआ कुरनूल बस अग्निकांड?

    दरअसल, शुक्रवार को रात में करीब 2 बजे कुरनूल में चिन्ना टेकुरु के पास बाइक पर सवार दो लोगों का एक्सीडेंट हो जाता है। ये बाइक सड़क पर फिसलकर डिवाइडर से टकरा जाती है और बाइक चला रहे शिव शंकर की इसमें मौत हो जाती है, जबकि पीछे बैठे व्यक्ति एरी स्वामी को चोटें आती हैं। दुर्घटना के बाद एरी ने शिव शंकर की बॉडी को सड़क से उठाने की कोशिश की तो देखा कि वह मर चुका है।

    इससे पहले कि वह बाइक को सड़क से हटा पाता उससे पहले एक बस ने उसे कुचल दिया और वह बाइक बसे के नीचे फंसकर घिसटती रही। इस बीच बाइक का फ्यूल टैंक फट गया और आग लग गई। इसके बाद इस आग ने बस के निचले हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया।

    पुलिस ने क्या बताया?

    कुरनूल रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक कोया प्रवीण ने बताया कि उन्हें फॉरेंसिक जांच की रिपोर्ट आने के बाद पता चला कि बाइक पर सवार दोनों लोग (शिव शंकर और एरी स्वामी) नशे में थे। उन्होंने यह भी बताया कि उस रात इन दोनों ने एक ढाबे पर खाना खाया था और शराब पी थी।

    पुलिस ने कहा कि वे सुबह करीब 2 बजे घर के लिए निकले और शिवा ने स्वामी को उसके घर छोड़ने की बात कही थी। वे एक पेट्रोल पंप पर रुके, जहां एक सीसीटीवी कैमरे ने उन्हें कैद कर लिया। शंकर पेट्रोल पंप से बाहर निकलते समय तेजी से बाइक चलाते हुए दिख रहा है।

    'नशे में गाड़ी चलाने वालों पर पुलिस नहीं करेगी रहम'

    वहीं, हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार ने कहा कि नशे में गाड़ी चलाने वाले किसी आतंकवादी से कम नहीं होते और यह कोई सड़क दुर्घटना नहीं बल्कि लापरवाही से किया गया एक अपराध था। उन्होंने साफ कहा कि हैदराबाद पुलिस नशे में गाड़ी चलाने वाले किसी भी व्यक्ति पर अब कोई रहम नहीं करेगी।

    उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, "नशे में गाड़ी चलाने वाले आतंकवादी होते हैं उनकी हरकतें सड़कों पर किसी आतंकवादी से कम नहीं हैं। कुरनूल का भयानक बस एक्सीडेंट, जिसमें 20 बेगुनाह लोगों की जान जान गई सही मायने में देखा जाए तो ये एक्सीडेंट नहीं था। यह एक ऐसा नरसंहार था जिसे रोका जा सकता था। ये नशे में धुत एक बाइक के लापरवाह और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार की वजह से हुआ।"

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