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    जयपुर में छात्रा की मौत के मामले में CBSE ने नोटिस किया जारी, 30 दिन में मांगा जवाब

    Updated: Fri, 21 Nov 2025 10:15 PM (IST)

    जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल में छात्रा अमायरा की मौत के मामले में सीबीएसई ने स्कूल को दोषी ठहराया है। स्कूल प्रबंधन को नोटिस जारी कर 30 दिन में जवाब मांगा गया है। जांच में पता चला कि अमायरा को सहपाठी ताने मारते थे जिसकी शिकायत उसने शिक्षिका से की, पर ध्यान नहीं दिया गया। घटना से पहले उसने शिक्षिका से कई बार मदद मांगी थी। फोरेंसिक जांच से पहले घटनास्थल को धो दिया गया था।

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    जयपुर में छात्रा की मौत के मामले में CBSE ने नोटिस किया जारी (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जयपुर के प्रतिष्ठित नीरजा मोदी स्कूल में नौ साल की छात्रा अमायरा के चौथी मंजिल से छलांग लगाने से मौत होने के मामले में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने स्कूल को दोषी माना है। सीबीएसई ने स्कूल प्रबंधन को नोटिस देकर 30 दिन में जवाब मांगा है।

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    चौथी कक्षा की छात्रा अमायरा ने एक नवंबर को छलांग लगाई थी। पुलिस अभी तक यह साफ नहीं बता पा रही है कि अमायरा ने आत्महत्या की थी या रे¨लग पर बैठने के दौरान उसका संतुलन बिगड़ने से वह गिरी थी। अमायरा की मौत के बाद सीबीएसई की दो सदस्यीय टीम ने स्कूल का दौरा किया था।

    सीसीटीवी फुटेज की हुई जांच

    टीम ने जहां से अमायरा ने छलांग लगाई वह और जहां गिरी उस स्थान को देखने के साथ ही स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखने के साथ ही पुलिस से भी बात की थी। टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद सीबीएसई ने स्कूल को नोटिस जारी किया है।

    नोटिस में स्कूल से स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही सीबीएसई ने स्कूल प्रबंधन से पूछा है कि स्कूल के संबद्धता उप नियम के चैप्टर 12 के तहत क्यों ना जुर्माना लगाया जाए। जांच में सामने आया कि अमायरा को उसकी कक्षा में पढ़ने वाले विधार्थी अपमानजक बातें सुनाते थे, ताने मारते थे।

    इस बात की शिकायत अमायरा लंबे समय से क्लास टीचर को कर रही थी, लेकिन अनसुना किया गया था। फोरेंसिक जांच से पहले जहां अमरायरा गिरी उस स्थान को भी धो दिया गया है। नोटिस में इसे लेकर भी जवाब मांगा गया है।

    बच्ची ने शिक्षिका से मांगी थी मदद

    कक्षा के सीसीटीवी कैमरों की जांच में सामने आया था कि घटना के करीब 45 मिनट पहले भी अमायरा ने कक्षा में शिक्षिका से पांच बार मदद मांगी थी। उसने डिजिटल स्लेट्स पर साथी विधार्थियों द्वारा लिखी गई बातों की शिकायत की थी।लेकिन उसकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया गया।

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