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    Tharoor to Pujara: 'अभी उनमें क्रिकेट बचा था और वो...', पुजारा के संन्यास के बाद थरूर का इमोशनल पोस्ट

    Updated: Sun, 24 Aug 2025 04:13 PM (IST)

    चेतेश्वर पुजारा ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है क्योंकि वे लंबे समय से टीम से बाहर थे। शशि थरूर ने कहा कि पुजारा को सम्मानजनक विदाई मिलनी चाहिए थी। थरूर ने उनकी पत्नी की किताब का हवाला देते हुए उनकी मेहनत की बात कही। पुजारा ने सोशल मीडिया पर संन्यास की घोषणा करते हुए भारतीय टीम का हिस्सा बनने को गौरव बताया।

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    संन्यास की घोषणा चेतेश्वर पुजारा का क्रिकेट करियर समाप्त (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय टेस्ट टीम के भरोसेमंद बल्लेबाज रहे चेतेश्वर पुजारा ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है। लंबे समय से टीम से बाहर रहने और चयनकर्ताओं द्वारा नजरअंदाज किए जाने के बाद उन्होंने यह फैसला लिया है।

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    चेतेश्वर पुजारा द्वारा संन्यास की घोषणा करने के बाद क्रिकेट प्रेमियों के साथ-साथ कई लोगों ने उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि पुजारा को एक सम्मानजनक विदाई मिलनी चाहिए थी।

    पुजारा के लिए थरूर का पोस्ट

    थरूर ने सोशल मीडिया पर लिखा, "पुजारा के रिटायरमेंट से दिल में एक कसक रह गई। भले ही यह फैसला तय माना जा रहा था, लेकिन वे थोड़ा और खेलने के हकदार थे और उन्हें शानदार करियर के मुताबिक विदाई मिलनी चाहिए थी।"

    उन्होंने कहा कि जब पुजारा को टीम से बाहर किया गया तो उन्होंने हार नहीं मानी और घरेलू क्रिकेट में कई शानदार पारियां खेली। लेकिन, चयनकर्ताओं ने आगे बढ़ने का फैसला कर लिया था।

    पुजारा की पत्नी की किताब से हुए खुलासे

    थरूर ने पुजारा की पत्नी की किताब 'द डायरी ऑफ अ क्रिकेटर्स वाइफ' का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी सफलता के पीछे बेहद मेहनत छिपी थी। उन्होंने याद किया कि 20 साल पहले इंग्लैंड दौरे पर इंडिया-ए की तरफ से खेलते हुए पुजारा ने लगातार रन बनाए थे और तभी वे सबकी नजरों में आए।

    अपने रिटायरमेंट की घोषणा करते हुए पुजारा ने सोशल मीडिया पर लिखा, "राजकोट के छोटे शहर से मैंने अपने माता-पिता के साथ बड़े सपने देखे थे। भारतीय टीम का हिस्सा बनना मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा गौरव पल था। यह खेल मुझे अपार अवसर, अनुभव, प्यार और देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका दे गया।"

    भावुक हुए पुजारा

    उन्होंने कहा कि इंडियन जर्सी पहनकर मैदान पर उतरने और राष्ट्रगान गाने का अनुभव शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। लेकिन, जैसा कहते हैं हर चीज का अंत होता है। मैंने अब संन्यास लेने का फैसला किया है।

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