अल फलाह यूनिवर्सिटी की बिल्डिंग, कमरा नंबर 4 और 13 का कनेक्शन; कैसे जुड़े कई संदिग्धों के तार
दिल्ली विस्फोट मामले की जांच में आतंकी डॉक्टर उमर और मुजम्मिल की डायरियां मिली हैं। इन डायरियों से पता चला है कि आतंकी पिछले दो साल से कई जगहों पर धमाके की योजना बना रहे थे। डायरी में 25 लोगों के नाम हैं और आतंकी चार शहरों में धमाके करने की तैयारी में थे। वे आईईडी से हमला करने की फिराक में थे।
-1763015383824.webp)
अल फलाह यूनिवर्सिटी के कमरा नंबर 4 और 13 में क्या होता था। (फोटो- जागरण ग्राफिक्स)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली विस्फोट मामले में एजेंसियां लगातार जांच कर रही हैं। ब्लास्ट मामले की फरीदाबाद मॉड्यूल के अलावा कई एंगल से जांच की जा रही है। इस बीच जांच एजेंसियों को आतंकी डॉक्टर उमर और डॉ. मुजम्मिल की डायरियां मिली हैं।
दिल्ली लाल किला के ब्लास्ट मामले की जांच के दौरान के अल फलाह विश्वविद्यालय के कमरा नंबर 4 और कमरा नंबर 13 दो डायरियां बरामद की गई हैं। इन डायरियों में कुछ सीक्रेट कोड भी लिखे मिले। अब इन्हें दिल्ली ब्लास्ट मामले से जोड़कर देखा जा रहा है।
जांचकर्ताओं को मिली संदिग्ध डायरी
अधिकारियों के अनुसार, विश्वविद्यालय की बिल्डिंग 17 में उमर के कमरा नंबर 4 और मुजम्मिल के कमरा नंबर 13 से डायरियां बरामद की गई हैं। बताया जा रहा है कि इन दोनों डायरियों में 25 लोगों के नाम का जिक्र है। इनमें से अधिकांश जम्मू कश्मीर और फरीदाबाद के रहने वाले हैं।
वहीं, इन डायरियों में 8 नवंबर से 12 नवंबर की तारीख का भी जिक्र है। इसी बीच की तारीख 10 नवंबर भी है, जब दिल्ली में लाल किला के पास ब्लास्ट हुआ था। जांचकर्ताओं ने इस डायरी में ऑपरेशन शब्द का बार-बार इस्तेमाल किया है। एक ही शब्द का बार-बार उल्लेख किसी सुनियोजित योजना का संकेत दे रहा है। बता दें कि डॉ. मुजम्मिल जिस कमरे में रहता था वहीं से पुलिस ने 360 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया था।
दो और वाहन तैयार कर रहे थे आतंकी
वहीं, जांच के दौरान पता चला है कि i20 और ईको स्पोर्ट के अलावा संदिग्ध विस्फोट के लिए दो और वाहन तैयार कर रहे थे। आतंकियों का लक्ष्य और बड़े हमले को अंजाम देना था।
कई शहरों में धमाकों की योजना बना रहे थे आतंकी
जांच एजेंसियों ने बताया कि ये डॉक्टर मॉड्यूल के आतंकी देश के चार शहरों को निशाना बनाने की तैयारी में थे। शुरुआती जानकारी के अनुसार, हर एक ग्रुप के एक शहर में धमाका करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
प्रारंभिक जांच के अनुसार, संदिग्ध दो-दो के जोड़ी बना कर अलग-अलग शहरों में जाने की योजना बना रहे थे। बताया जाता है कि इसमें हर एक समूह आईईडी के साथ हमला करने की फिराक में था। (समाचार एजेंसी एएनआई के इनपुट के साथ)

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।