भोपाल और इंदौर में नशे में धुत पुलिसकर्मियों ने कार से मारी टक्कर, पांच राहगीरों को कुचला
मध्य प्रदेश के भोपाल और इंदौर में नशे में धुत पुलिस और आईटीबीपी जवान ने गाड़ी से राहगीरों को टक्कर मार दी। भोपाल में आईटीबीपी जवान ने चार लोगों को टक्कर मारी, जबकि इंदौर में तीन पुलिसकर्मियों ने दो युवतियों समेत कई राहगीरों को कुचल दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

फोटो सोर्स- X
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में दो अलग-अलग घटनाओं में पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवान ने कथित तौर पर शराब के नशे में गाड़ी चलाई और लोगों को टक्कर मारी और भागने की कोशिश की गई। ये घटनाएं भोपाल और इंदौर में हुई है।
पहली घटना सोमवार रात करीब 8 बजे भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पर हुई। दीपक उर्फ राजेंद्र सिंह नाम के एक आईटीबीपी जवान ने कथित तौर पर नशे में धुत होकर अपनी निजी कार से चार पैदल यात्रियों और सड़क किनारे खड़े ठेलों को टक्कर मार दी।
मंगलवारा पुलिस के अनुसार, बिलखिरिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बटालियन में तैनात ड्राइवर कोकता ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आईटीबीपी परिसर से एक गेस्ट को लेने आया था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वह तेज गति से गाड़ी चला रहा था और नशे में लग रहा था।
आरोपी शराब के नशे में था
चार युवकों को टक्कर मारने के बाद, दीपक ने कथित तौर पर भागने की कोशिश की, लेकिन राहगीरों ने उसे पकड़ लिया और उसकी पिटाई की और उसकी कार में तोड़फोड़ की। इंस्पेक्टर अजय कुमार सोनी ने पुष्टि की कि आरोपी शराब के नशे में था और उसे मेडिकल परीक्षण के लिए भेज दिया गया है।
सोनी ने बताया, "चारों पीड़ितों के पैर में चोटें आई हैं। एक का पैर फ्रैक्चर हो गया है। हमने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं।"
राहगीरों को कुचलते हुए भाग निकले
घायलों को इलाज के लिए हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भोपाल के अलावा इंदौर के रावजी बाजार इलाके में भी तीन पुलिसकर्मियों ने नशे में गाड़ी चलाई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नशे में धुत तीन वर्दीधारी पुलिसकर्मियों वाली एक सफेद कार ने पहले दो युवतियों को टक्कर मार दी, जो इलाके में एक दवाखाने में दवा खरीदने गई थीं। जब महिलाओं ने शोर मचाया, तो वे भागने की कोशिश में चार-पांच राहगीरों को कुचलते हुए भाग निकले।
स्थानीय लोगों ने गाड़ी का पीछा किया और उसे घेर लिया, तो पता चला कि उसमें सवार पुलिसकर्मी ही थे, जिनकी पहचान बाद में कांस्टेबल अनिल (संयोगितागंज थाना), हेड कांस्टेबल सुदर्शन हर्वे (भंवरकुआं) और कांस्टेबल वेदांत (आजाद नगर) के रूप में हुई। हालांकि, अतिरिक्त पुलिस बल के पहुंचने से पहले ही तीनों भागने में सफल रहे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।