पेंशनभोगियों के लिए बड़ी खबर: 49 लाख लोगों को मिल रही सिर्फ इतनी पेंशन, सरकार ने जारी किए आंकड़े
श्रम मंत्रालय के अनुसार ईपीएफओ की कर्मचारी पेंशन योजना (ईपीएस-95) के अंतर्गत लगभग आधे पेंशनभोगियों को 1500 रुपये से कम मासिक पेंशन मिल रही है। मार्च 2025 तक के आंकड़ों के अनुसार 49 लाख से अधिक लोगों को इतनी कम पेंशन मिल रही है जबकि बहुत कम पेंशनभोगियों को 6000 रुपये से ज्यादा मासिक पेंशन मिल रही है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सरकार ने संसद को बताया कि ईपीएफओ द्वारा संचालित कर्मचारी पेंशन योजना 1995 (ईपीएस-95) के तहत हर दूसरे पेंशनभोगी को 1,500 रुपये से कम मासिक पेंशन मिलती है।
श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे द्वारा साझा किए गए 31 मार्च 2025 तक के डाटा से यह भी पता चला है कि इस योजना के तहत 81,48,490 पेंशनभोगियों में से केवल 0.65 प्रतिशत यानी 53,541 पेंशनभोगियों को छह हजार रुपये से अधिक की मासिक पेंशन मिलती है।
49 लाख लोगों को मिल रही थी 1500 से कम पेंशन
मंत्री ने सदन को बताया कि 1,500 रुपये से कम मासिक पेंशन प्राप्त करने वाले पेंशनभोगियों की संख्या 49,15,416 थी। इस प्रकार लगभग हर दूसरा व्यक्ति या आधे से अधिक पेंशनभोगियों को 1,500 रुपये से कम मासिक पेंशन मिल रही थी।
चार हजार रुपये से कम मासिक पेंशन पाने वाले पेंशनभोगियों की संख्या 78,69,560 थी। छह हजार रुपये प्रति माह से कम पेंशन पाने वाले पेंशनभोगियों की संख्या 80,94,949 थी। मंत्री ने यह भी बताया कि पेंशन योजना के तहत वितरित कुल राशि 2022-23 में 22,112.83 करोड़ रुपये से बढ़कर 2023-24 में 23,027.93 करोड़ रुपये हो गई।
गौरतलब है कि ट्रेड यूनियनों की ओर से ईपीएस-95 के तहत न्यूनतम मासिक पेंशन नौ हजार रुपये करने की मांग की गई है। इस समय न्यूनतम मासिक पेंशन एक हजार रुपये है।
(न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
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