Video: 'त्रिशूल', 'मरु ज्वाला', और 'अखंड प्रहार'... भारतीय सेना का दमखम देख हिल जाएगा पाकिस्तान
भारतीय सेना की दक्षिणी कमान ने जैसलमेर, राजस्थान में 'एक्सरसाइज मरुज्वाला' का आयोजन किया, जो 'त्रिशूल' अभ्यास का हिस्सा था। इस अभ्यास में भारतीय सुरक्षा बलों ने अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन किया। लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ ने आर्मी एविएशन की तैयारी का जायजा लिया। थार रैप्टर ब्रिगेड और सुदर्शन चक्र के टैंकों ने मिलकर अभ्यास किया, जिसमें हेलीकॉप्टरों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

त्रिशुल अभ्यास के दौरान दिखा भारतीय सेनाओं का संयुक्त दमखम
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय सेना की दक्षिणी कमान ने चल रहे तीनों सेनाओं के 'त्रिशूल' अभ्यास के तहत राजस्थान के जैसलमेर में 'एक्सरसाइज मरुज्वाला' का आयोजन किया।
दरअसल, भारतीय सुरक्षा बलों ने राजस्थान, गुजरात और उत्तर अरब सागर में त्रि-सेवा अभ्यास त्रिशूल चलाया और धरती से लेकर आकाश तक की अपनी मारक क्षमता का जोरदार प्रदर्शन किया।
इस बीच लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, सदर्न कमांड ने चल रही एक्सरसाइज त्रिशूल के दौरान आर्मी एविएशन की ऑपरेशनल तैयारी और इंटीग्रेशन का पूरा रिव्यू किया।
Lt General Dhiraj Seth General Officer Commanding-in-Chief, Southern Command, during the ongoing Exercise Trishul, conducted a comprehensive review of Army Aviation operational readiness and integration. The Army Commander visited a forward operating aviation base in Jaisalmer… pic.twitter.com/LPHabW2jwq
— ANI (@ANI) November 11, 2025
जानकारी के अनुसार, आर्मी कमांडर ने जैसलमेर में एक फॉरवर्ड ऑपरेटिंग एविएशन बेस का दौरा किया। यह बेस रेगिस्तान क्षेत्र में मरूज्वाला अभ्यास और अखंड प्रहार अभ्यास के हिस्से के तौर पर जमीनी मैनूवर फोर्स के साथ मिलकर 24x7 दिन-रात ऑपरेशन कर रहा है।
#WATCH | Indian Army's Southern Command conducts 'Exercise Maru Jwala' in Rajasthan's Jaisalmer under the ongoing tri-services 'Trishul' drill pic.twitter.com/rzGwoKwMLs
— ANI (@ANI) November 11, 2025
रेगिस्तान में सेना का बड़े पैमाने पर सेना का अभ्यास
बता दें कि इस अभ्यास के तहत भारतीय सेना ने रेगिस्तान में भी बड़ी पैमाने पर अभ्यास किया है। इस अभ्यास में थार रैप्टर ब्रिगेड के हेलीकॉप्टर और सुदर्शन चक्र के टैंकों ने मिलकर अभ्यास किया है। इस अभ्यास में हेलीकॉप्टरों ने कई तरह की महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं। उन्होंने जासूसी, सैनिकों को तेजी से एक जगह से दूसरी जगह पर पहुंचाने और जमीनी सैनिकों को हवाई मदद पहुंचाकर दिखाया। बता दें कि यह दक्षिणी कमान रेगिस्तानी युद्धाभ्यास मरुज्वाला और अखंड प्रहार का भी हिस्सा था। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

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