Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    विपक्ष के निशाने पर ED, लेकिन FATF बोला- 'ड्रग्स माफिया की कमर तोड़ी'

    Updated: Sat, 06 Sep 2025 07:55 PM (IST)

    ईडी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली है। एफएटीएफ ने डार्कवेब के माध्यम से ड्रग्स तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ करने और 1300 करोड़ रुपये जब्त करने की प्रशंसा की। गृह मंत्रालय के ऑनलाइन म्युचुअल अस्सिटेंट पोर्टल को भी सराहा गया जिससे दूसरे देशों से तालमेल में मदद मिली। ईडी ने 2024 में हल्द्वानी से डार्कवेब के सहारे ड्रग्स नेटवर्क का पर्दाफाश किया था जिसमें दो ड्रग सप्लायर्स को गिरफ्तार किया।

    Hero Image
    ED ने इंटरनेशनल ड्रग्स तस्करी नेटवर्क का किया भंडाफोड़

    नीलू रंजन, जागरण, नई दिल्ली। देश के भीतर विपक्ष के हमलों का सामना कर रही ईडी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खूब प्रशंसा मिल रही है। मनी लॉड्रिंग और आतंकी फंडिंग पर निगरनी रखने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने डार्कवेब के सहारे अमेरिका समेत कई देशों में फैले ड्रग्स तस्करी का नेटवर्क का भंडाफोड़ करने और बिटक्वाइन के रूप में मौजूद लगभग 1300 करोड़ रुपये जब्त करने की तारीफ की।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इसके साथ ही एफएटीएफ ने गृह मंत्रालय द्वारा बनाए गए आनलाइन म्युचुअल अस्सिटेंट पोर्टल को दूसरे देशों से तालमेल के साथ अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने सुनिश्चित करने में बेहतरीन बताया है। इसके पहले एफएटीएफ एस बैंक के चेयरमैन राणा कपूर द्वारा प्रियंका गांधी से दो करोड़ रूपये की पेंटिंग खरीदने के केस को अन्य देशों के साथ साझा किया था।

    एफएटीएफ ने शुक्रवार को जारी “हैंडबुक आन इंटरनेशनल कोआपरेशन अगेंस्ट मनी लॉड्रिंग'' में ईडी द्वारा 2024 में हल्द्वानी से डार्कवेक के सहारे आधा दर्जन से अधिक देशों में चलाए गए ड्रग्स के नेटवर्क के पदाफार्श करने को उदाहरण के रूप में पेश किया है।

    ईडी ने दो ड्रग सप्लायर्स को किया गिरफ्तार

    ईडी ने हल्दवानी के बनमीत सिंह को 26 अप्रैल और परमिंदर सिंह को एक मई 2024 को गिरफ्तार किया था। दोंनों भाई लिस्टन, सिल्क रोड एक, अल्फा वे और हंसा के नाम से विभिन्न डार्कवेब पोर्टल पर सक्रिय था और वहीं से ‌ड्रग का ऑर्डर लेकर उनकी डिलिवरी सुनिश्चित करता था। सारा पेमेंट बिटक्वाइन में किया जाता था, जिसे बाद में बैंक खातों में पहंचाया जाता था।एफएटीएफ के अनुसार ईडी ने न सिर्फ डार्कवेब पर सक्रिय नेटवर्क की पहचान की, बल्कि अमेरिका में उसके नेटवर्क से जुड़े लोगों का भी पता लगाया।

    अमेरिका से चल रहा था ड्रग नेटवर्क

    ऑनलाइन म्युचुअल अस्टिटेंट पोर्टल के माध्यम से अमेरिकी एजेंसियों के रियल टाइम सूचना का आदान प्रदान किया गया। इससे अमेरिका में सिंह भाइयों द्वारा चलाए जा रहे आठ वितरण नेटवर्क की जानकारी मिली। सिंह भाइयों द्वारा भेजा गया ड्रग्स अमेरिका के सभी 50 राज्यों के साथ-साथ कनाडा, इंग्लैंड, आयरलैंड, जमैका, स्काटलैंड और यूएस वर्जिन आइलैंड तक पहंचता था। ईडी ने सिंह भाइयों के 8500 बिटक्वाइन का पता लगाकर जब्त कर लिया, जिसका मूल्य लगभग 150 मिलियन डालर (1300 करोड़ रुपये से अधिक) था।

    पोर्टल से मिलती है रियल टाइम जानकारी

    एफएटीएफ ने गृह मंत्रालय द्वारा बनाए गए ऑनलाइन म्युचुअल अस्टिटेंट पोर्टल और उसके आपरेशन के लिए बनाए गए गाइडलाइंस की तारीफ करते हुए कहा कि इससे दो देशों के बीच सूचना के आदान-प्रदान में आने वाली बाधाओं को खत्म कर दिया। पोर्टल पर मिलने वाली हर सूचना और उसके ऊपर की गई कार्रवाई की जानकारी संबंधित देशों को रियल टाइम पर उपलब्ध हो जाती है।

    यह भी पढ़ें- इंडियन कोस्ट गार्ड और ATC ने समुद्र से 1,800 करोड़ की ड्रग्स जब्त की, पाकिस्तानी तस्कर फिदा का नाम आया सामने

    comedy show banner
    comedy show banner