'13 जून तक मिजोरम न आएं' भारी बारिश और बाढ़ से नॉर्थ-ईस्ट में मचा हाहाकार; तस्वीरों में देखें तबाही का मंजर
North East Floods News पूर्वोत्तर भारत में बाढ़ से हालात गंभीर हैं। असम मणिपुर मेघालय सिक्किम अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा में भारी बारिश और भूस्खलन से 34 लोगों की जान चली गई है। असम में 22 जिलों के 5.35 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं श्रीभूमि जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से पूर्वोत्तर प्राकृतिक आपदा को झेल रहा है। असम, मणिपुर, मेघालय, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा जैसे राज्यों (Flood In Assam) में भयंकर बारिश और भूस्खलन के चलते महज तीन दिनों में 34 लोगों की मौत हो चुकी है।
आने वाले दिनों में मिजोरम में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जाहिर की गई है। इसी कड़ी में मिजोरम सरकार ने गुहार लगाई है कि मौजूदा परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए और सार्वजनिक सुरक्षा के हित में राज्य सरकार सभी गणमान्य व्यक्तियों, केंद्र सरकार के अधिकारियों और अन्य राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों को सलाह देती है कि वे कृपया 13 जून, 2025 तक मिजोरम की किसी भी योजनाबद्ध यात्रा को स्थगित कर दें।
असम में 22 जिलों में बाढ़ से 5.35 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 15 नदियां उफान पर हैं।
असम का श्रीभूमि जिला बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के बुलेटिन में कहा गया है कि 22 जिलों के 65 राजस्व क्षेत्रों और 1,254 गांवों के 5,15,039 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
सबसे अधिक प्रभावित जिला श्रीभूमि है। यहां 1,94,172 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं, इसके बाद कछार जिले में 77,961 लोग और नगांव में 67,880 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
मणिपुर में हुआ बाढ़ से भारी नुकसान
मणिपुर में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से 3,365 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं और 19 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है।
मणिपुर में बीते कुछ दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है।
सेना और असम राफल्स की टीमों ने इंफाल पूर्व जिले में जलमग्न इलाकों से लगभग 800 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।
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