'डर लगता है... इसलिए जाना चाहते हैं', यहां से हो रहा हिंदुओं का पलायन; मकान बिकवाने की लगाई गुहार
मध्य प्रदेश के सागर जिले के मुस्लिम बहुल इलाकों से हिंदू परिवार पलायन कर रहे हैं। असुरक्षा और मकानों की सही कीमत न मिलने से वे परेशान हैं। प्रशासन ने रजिस्ट्री पर रोक लगा दी है, लेकिन निवासियों को कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है। हिंदू संगठन मकान बिकवाने की गुहार लगा रहे हैं।

सागर में हिंदुओं का पलायन जारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के सागर जिले के दो मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में हिंदुओं के पलायन पर शासन और प्रशासन का रुख लचर है। यहां गिने-चुने हिंदू परिवार ही रह गए हैं, वे भी असुरक्षा के चलते यहां से जाना चाहते हैं। लेकिन कहीं और रहने का कोई विकल्प न होने की वजह से यहां रुकने को विवश हैं। दरअसल, उनके मकान सही कीमत पर बिक नहीं रहे हैं।
आसपास के मुस्लिम परिवार इतनी कीमत नहीं दे रहे, जिससे दूसरे मोहल्ले में नया घर खरीदा जा सके। ऐसे करीब 15-20 हिंदू परिवारों के लोगों का कहना है कि हम यहां से जाना चाहते हैं, हमारे मकान बिकवा दो, सही कीमत दिला दो, ताकि कहीं और मकान खरीद पाएं, लेकिन स्थानीय प्रशासन भी हिंदू समुदाय को यह भरोसा नहीं दिला पाया है कि आगे परिस्थितियां बदलेंगी।
सागर में हिंदुओं का पलायन जारी
बता दें सागर के शनिचरी और शुक्रवारी क्षेत्र में हिंदुओं के पलायन के मुद्दे पर पिछले दिनों हिंदू संगठनों की शिकायत और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के संज्ञान लेने के बाद प्रशासन ने मकानों की रजिस्ट्री पर रोक लगा दी है। मुस्लिम बहुल दोनों क्षेत्रों में हिंदू परिवार की असुरक्षा के अनेक उदाहरण हैं। शनिचरी टौरी में ही लाजपतपुरा वार्ड निवासी हिरदेश पाटकर कई वर्षों से तकलीफ झेल रहे हैं।
उन्होंने बताया कि यहां पर परदादा के समय का तीन मंजिला मकान है, जिसमें वह परिवार के साथ रहते हैं। घर के पास सरकारी भूमि पर पहले तो मुस्लिम परिवार काबिज हुआ और अब वे परेशानी पैदा करने लगे हैं। घर के सामने ही मुर्गा, मुर्गी, बकरियां पली हैं। उनकी गंदगी के कारण सांस लेना दूभर है। कुछ कहो तो विवाद होता है।
हृदेश बताते हैं कि पड़ोस में ही रहने वाले उनके स्वजन से दो साल पहले मुस्लिम परिवार का विवाद हो गया था। उन लोगों ने स्वजन और उनके बच्चों से मारपीट की। पुलिस ने समुचित कार्रवाई नहीं की तो दबंगों के हौसले बुलंद हो गए। यही कारण है कि अब वह मकान बेचकर दूसरी जगह जल्द जाना चाहते हैं। इस मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक हिंदू परिवारों के मकान बिकाऊ हैं।
प्रशासन के लिए अति संवेदनशील क्षेत्र
शनिचरी और शुक्रवारी क्षेत्रों में आबादी के असंतुलन के साथ कानून-व्यवस्था की चुनौतियां बढ़ी हैं। यह प्रशासन के लिए अब अति संवेदनशील क्षेत्र है। दोनों समुदाय के किसी भी त्योहार या आयोजन में पुलिस और प्रशासन को शनिचरी व शुक्रवारी में अलग से अतिरिक्त व्यवस्था करनी पड़ती है।
प्रशासन के लिए अब भी सब ठीक
स्थानीय हिंदू रहवासियों का कहना है कि कुछ दिन पहले प्रशासन ने खुले में मांस-मछली बेचने वाली जिन दुकानों को बंद कराया था, वे फिर से खुल गई हैं। इसके बावजूद जिला प्रशासन के लिए यहां सब ठीक है। सागर के सिटी मजिस्ट्रेट अमन मिश्रा का कहना है कि शुक्रवारी-शनिचरी क्षेत्र सहित शहर भर में नगर निगम द्वारा खुले में बिक रहे मांस विक्रय की दुकानों का सघन निरीक्षण करवाया गया। शहर में कहीं पर भी खुले में मांस नहीं बिक रहा।

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