'सीमा पर तैनात हमारी सेना...', NSA डोभाल ने चीनी विदेश मंत्री से डायरेक्ट कह दी ये बड़ी बात, पीएम मोदी का भी हो गया जिक्र
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से मुलाकात की जहां सीमा विवाद पर चर्चा हुई। डोभाल ने कहा कि भारत-चीन संबंधों में सुधार हुआ है सीमाएं शांत हैं और दोनों देशों के बीच शांति बनी हुई है। उन्होंने कजान वार्ता को सहयोग के लिए महत्वपूर्ण बताया और इस वर्ष राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ पर प्रकाश डाला।

डिजिटल टेस्क, नई दिल्ली। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने मंगलवार को भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से मुलाकात की। हैदराबाद हाउस में हुई ये मुलाकात सीमा विवाद पर 24वें दौर की वार्ता थी।
बैठक के दौरान, NSA डोभाल ने कहा कि पिछले साल कजान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई बैठक के बाद से भारत-चीन संबंधों में उन्नति देखी गई है और सीमाओं पर शांति है।
दोनों देशों के संबंधों में इसमें सुधार हुआ- डोभाल
डोभाल ने कहा, दोनों देशों के संबंधों में इसमें सुधार हुआ है। सीमाएं शांत हैं। दोनों देशों के बीच शांति और सौहार्द बना हुआ है। हमारे द्विपक्षीय संबंध और भी मजबूत हुए हैं। हम अपने नेताओं के प्रति अत्यंत आभारी हैं, जिन्होंने पिछले अक्टूबर में कजान में एक नई दिशा की शुरूआत की और तब से हमें बहुत लाभ हुआ है।
भारत-चीन राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ
उन्होंने कहा कि कजान वार्ता से बने नए माहौल ने दोनों पक्षों को सहयोग के कई क्षेत्रों में आगे बढ़ने में मदद की है। वार्ता के मौजूदा दौर के बारे में आशा व्यक्त करते हुए, डोभाल ने कहा कि भारत को उम्मीद है कि यह 24वीं एसआर-स्तरीय वार्ता पिछले साल की तरह ही समान रूप से सफल होगी और अगले महीने एससीओ शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री की चीन यात्रा के दौरान इसका विशेष महत्व होगा। इस वर्ष भारत-चीन राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ पर प्रकाश डालते हुए, डोभाल ने कहा कि यह जश्न मनाने का समय है।
डोभाल ने आगे कहा कि इस नई ऊर्जा और नई गति के साथ, आपके व्यक्तिगत प्रयासों और हमारी राजनयिक टीमों, राजदूतों और सीमाओं पर तैनात हमारी सेनाओं की परिपक्वता और जिम्मेदारी की भावना के साथ, हम इस बार यह कर पाए हैं।
एस. जयशंकर से मिले चीनी विदेश मंत्री
बता दें कि इससे पहले सोमवार को, चीनी विदेश मंत्री ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान, विदेश मंत्री जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया कि तनाव कम करने की प्रक्रिया आगे बढ़ना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत-चीन संबंधों में किसी भी गति का आधार सीमावर्ती क्षेत्रों में संयुक्त रूप से शांति और सौहार्द बनाए रखने की क्षमता है।
(समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ)
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