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India Canada Row: भारत के एक्शन से तिलमिलाई कनाडा सरकार, निज्जर हत्याकांड को लेकर विदेश मंत्रालय ने दिया करारा जवाब

विदेश मंत्रालय ने कनाडा सरकार की तरफ से भारतीय उच्चायोग के लोगों के खिलाफ बयानबाजी को लेकर कहा है कि हाल तक वो इन राजनयिकों के साथ जांच के सिलसिले में सहयोग कर रहे थे और अब उन्हें ही निशाना बनाया जा रहा है। पीएम ट्रुडो के बयानों को सीधे तौर पर कनाडा में रहने वाले सिख समुदाय की सहानुभूति जुटाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।

By Jagran News Edited By: Narender Sanwariya Updated: Tue, 15 Oct 2024 06:44 PM (IST)
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो। (File Photo)

जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। भारत और कनाडा के कूटनीतिक रिश्ते गंभीर होते जा रहे हैं। भारत की तरफ से कनाडा से अपने उच्चायुक्त व दूसरे राजनयिकों को वापस बुलाने व कनाडा के छह राजनयिकों को बर्खास्त करने से तिलमिलाई कनाडा सरकार के शीर्ष मंत्रियों ने भारत पर हमला बोला है।

कनाडा ने लगाया भारत का गंभीर आरोप

पहले प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करके भारत सरकार पर अपने राजनयिकों व संगठित अपराधी गिरोहों के जरिए कनाडाई नागरिकों पर हमले कराने का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने इसे बहुत गंभीर गलती करार दिया। इसके बाद विदेश मंत्री मेलानी जोली ने भारत पर प्रतिबंध लगाने सहित सारे विकल्प के खुले रहने की धमकी दी है।

राजयनिकों को बर्खास्त करने का फैसला

खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की जून 2023 में हुई हत्या के जांच के संदर्भ में कनाडा सरकार की तरफ से भारतीय उच्चायुक्त व दूसरे अधिकारियों पर अभियोजन चलाने की कोशिश पर भारत ने सोमवार (15 अक्टूबर) को अपने राजनयिकों को वापस बुलाने व कनाडाई राजयनिकों को बर्खास्त करने का फैसला किया था।

कनाडा ने नहीं दिया कोई सबूत

  • इस मामले में शुरू से ही कनाडा का यह रवैया रहा है कि वह भारत पर आधारहीन आरोप लगाता है।
  • कनाडा ने कभी यह नहीं बताया गया कि निज्जर कांड में कौन लोग हैं और उनकी क्या भूमिका रही।
  • पीएम ट्रुडो और विदेश मंत्री जोली द्वारा लगाए गए आरोपों को भारत ने आधारहीन व गलत करार दिया है।

ट्रुडो का बयान हिंसा को बढ़ावा देने वाला

सूत्रों के मतुाबिक, पीएम ट्रुडो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में वही बात कही है जो वह पूर्व में कई बार कह चुके हैं। भारत ने सोमवार को भी ट्रुडो को हमेशा भारत के हितों के खिलाफ काम करने, हिंसा व अतिवाद को बढ़ावा देने, कनाडा स्थित भारतीय राजनयिकों व नागरिकों को डराने व भयभीत करने वालों को प्रश्रय देने का काम करने वाला बताया है।

  • सूत्रों ने कनाडाई जांच एजेंसी और कनाडा के भारत में उच्चायुक्त की तरफ से भारत को अकाट्य सबूत देने के दावे को भी तथ्यहीन करार दिया है।
  • सूत्रों ने कनाडा की जांच एजेंसी आरसीएमपी (रायल कनाडाई माउंटेड पुलिस) की तरफ से आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस व उसके बाद सार्वजनिक की गई सूचना के बारे में बताया है कि अभी तक उनकी तरफ से भारत को कोई ठोस सूचना नहीं दी गई है।

ट्रुडो ने अपने बयान में कहा, 'पिछले साल व आज की गतिविधियों से कनाडा-भारतीय नागरिकों व सिखों का भरोसा हिल गया होगा। आपमें से बहुत से लोग गुस्से में होंगे और भयभीत होंगे, मैं आपके साथ हूं।'

जबकि विदेश मंत्री जोली ने प्रेस कांफ्रेंस में खालिस्तानी शब्द का इस्तेमाल किया है। यह बताता है कि ट्रुडो इस विवाद के जरिए अपनी डवांडोल घरेलू राजनीति को चमकाने की कोशिश कर रहे हैं।

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