टैरिफ विवाद के बीच भी भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर बातचीत जारी, पढ़ें BTA को लेकर क्या है मोदी सरकार का प्लान
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर बातचीत जारी है। दोनों देशों के बीच अब तक पांच दौर की वार्ता हो चुकी है और व्यापार को 2030 तक दोगुना करने का लक्ष्य है। आसियान देशों के साथ भी व्यापारिक समझौते की समीक्षा की जा रही है। अमेरिकी शुल्क को लेकर अनिश्चितता है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने गुरुवार को साफ तौर पर कहा कि भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौता (बीटीए) को लेकर वार्ता जारी है। बीटीए को लेकर भारत और अमेरिका के बीच अब तक पांच राउंड की वार्ता हो चुकी है।
छठे राउंड की वार्ता के लिए अमेरिका की टीम को भारत आना है। दोनों देशों ने बीटीए के तहत अपने व्यापार को वर्ष 2030 तक दोगुना करने का लक्ष्य रखा है।
तीन स्तर पर होता है बीटीए की वार्ता
बर्थवाल ने बताया कि बीटीए पर वार्ता तीन स्तर पर होती है। एक स्तर अधिकारियों का होता है, दूसरा मंत्री का और तीसरा राजनयिक स्तर। कई चैनल के माध्यम से व्यापार पर वार्ता होती रहती है।
अमेरिका के साथ हम पूरी तरह से व्यापार वार्ता को लेकर जुड़े हुए हैं। व्यापार में अमेरिका हमारा काफी अहम पार्टनर है। अमेरिका की तरफ से भारत पर 50 प्रतिशत का शुल्क लगाने के बाद बीटीए को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे।
अमेरिकी शुल्क को लेकर काफी अनिश्चितता
वाणिज्य मंत्रालय आसियान देशों के साथ भी व्यापारिक समझौते की समीक्षा कर रहा है ताकि आसियान देशों में भारत के निर्यात को बढ़ाया जा सके। मंत्रालय का कहना है कि अमेरिकी शुल्क को लेकर काफी अनिश्चितता है। 25 प्रतिशत शुल्क सात अगस्त से लग गया है और 27 अगस्त से अतिरिक्त 25 प्रतिशत शुल्क लग सकता है।
मंत्रालय का मानना है कि 15 अगस्त को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तो रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का में सकारात्मक बातचीत होने पर भारत पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क हट सकता है। इसलिए अभी निर्यात प्रदर्शन का मूल्यांकन करना कठिन है।
इस बीच मंत्रालय विभिन्न एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के साथ मिलकर अमेरिका में निर्यात होने वाली वस्तुओं को लेकर चर्चा कर रहा है। अमेरिका के बाजार में निर्यात में होने वाले नुकसान की भरपाई ब्रिटेन व यूरोपीय संघ से होने वाले मुक्त व्यापार समझौते से की जा सकती है।
ब्रिटेन के साथ भारत का व्यापार समझौता हो चुका है जो अगले छह माह में अमल में आ सकता है तो इस साल दिसंबर तक यूरोपीय संघ से भी व्यापार समझौता होने की उम्मीद की जा रही है। ओमान के साथ व्यापार समझौते की वार्ता पूरी हो चुकी है और जल्द ही समझौता पर दोनों देश हस्ताक्षर कर सकते हैं।
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