'पहले भी संबंधों में आए हैं उतार चढ़ाव', टैरिफ के बाद अमेरिका के साथ रिश्तों पर भारत का जवाब; जारी रहेगा सैन्य अभ्यास
राष्ट्रपति ट्रंप की शुल्क नीति से भारत-अमेरिका के कारोबारी रिश्ते तनावपूर्ण होने के बावजूद रक्षा सहयोग जारी है। सैन्य अभ्यास योजनानुसार हो रहे हैं और अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की टीम जल्द ही भारत आएगी। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि आपसी सहमति से द्विपक्षीय रिश्ते मजबूत होंगे। अलास्का में सैन्य अभ्यास होगा और टू प्लस टू वार्ता की तैयारी चल रही है। भारत और अमेरिका के बीच बहुआयामी संबंध हैं।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राष्ट्रपति ट्रंप की शुल्क नीति की वजह से भारत और अमेरिका के कारोबारी संबंध निश्चित तौर पर तनावपूर्ण हो गए हैं, लेकिन दोनों देश इसका असर आपसी रक्षा संबंधों पर नहीं पड़ने देंगे।
इसका सबूत यह है कि रक्षा क्षेत्र में सहयोग को लेकर न सिर्फ विमर्श जारी है, बल्कि सैन्य अभ्यास भी पूर्वनिर्धारित योजना के तहत चल रहा है। जल्द ही अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की एक उच्चस्तरीय टीम भारत दौरे पर आने वाली है।
दोनों देशों के सैन्य अभ्यास इसी महीने होंगे
भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि आपसी आदर व सहमति पर आधारित भारत व अमेरिका के द्विपक्षीय रिश्ते आगे और मजबूत होंगे। 21वां सैन्य अभ्यास इसी महीने अलास्का में होने वाला है। हमारे बीच टू प्लस टू वार्ता की तैयारी भी चल रही है। इस वार्ता की तैयारियों को लेकर इसी महीने एक अहम बैठक होने वाली है।
भारत और अमेरिका के बीच पहले से बहुआयामी संबंध
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को कहा कि भारत व अमेरिका के बीच पिछले कई दशकों से बहुआयामी संबंध हैं। इस दौरान कई तरह के समझौते हुए हैं। रिश्तों का लगातार विस्तार हो रहा है। हमारे रिश्ते आपसी हितों, लोकतांत्रिक मूल्यों और दोनों देशों की जनता के बीच संबंधों पर आधारित है। दोनों देशों के संबंधों में कई बार उतार-चढ़ाव आए हैं, लेकिन जिन मुद्दों पर दोनों देशों की तरफ से प्रतिबद्धता जताई गई है, उन पर हम ध्यान केंद्रित रखे हुए हैं।
ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने का एलान किया
सनद रहे कि राष्ट्रपति ट्रंप ने दो चरणों में भारतीय आयात पर 50 प्रतिशत का शुल्क लगाने की घोषणा की है। वजह यह है कि भारत ने कारोबारी समझौता करने के लिए अमेरिकी दबाव के आगे झुकने से साफ इनकार कर दिया है। अभी दोनों देशों के अधिकारियों के बीच कोई कारोबारी वार्ता नहीं हो रही है। लेकिन अमेरिकी वाणिज्य मंत्रालय का एक दल 25 अगस्त, 2025 को नई दिल्ली आने वाला है।
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