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    India US Trade Deal: भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील पर बातचीत आज, ट्रंप ने भेजा अपना विशेष 'दूत'

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 03:03 AM (IST)

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए 50 फीसदी टैरिफ को लेकर एक बार फिर भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील की उम्मीद जगी है। ट्रंप के विशेष दूत ब्रेंडन लिंच दिल्ली पहुंच चुके हैं। मंगलवार को दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता होनी है। अगर यह डील पूरी हो जाती है।

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    दोनों देशों के बीच ट्रेड डील को लेकर फिर उम्मीद जगी है (फोटो: पीटीआई)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाया हुआ है। डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभालने के कुछ महीने बाद से ही भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर चर्चा शुरू कर दी थी। बावजूद इसके दोनों देशों के बीच कुछ मुद्दों पर सहमति नहीं बन पाई।

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    लेकिन अब एक बार फिर से दोनों देशों के बीच ट्रेड डील को लेकर उम्मीद जगी है। सोमवार रात ट्रंप का एक विशेष दूत दिल्ली पहुंच चुका है। मंगलवार को राजधानी में दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता होनी है। अगर यह डील पूरी हो जाती है, तो भारत पर लगने वाला 50 फीसदी टैरिफ भी खत्म हो जाएगा।

    ब्रेंडन लिंच पहुंच रहे हैं भारत

    मंगलवार से शुरू होने वाले भारत-अमेरिका ट्रेड डील के नए दौर के लिए दक्षिण और मध्य एशिया के लिए सहायक अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच भारत आए हैं। सोमवार रात उनके विमान ने दिल्ली में लैंडिंग की। इसके बाद मंगलवार को ब्रेंडन लिंच और उनके समकक्ष व भारत के मुख्य वार्ताकार वाणिज्य विभाग में विशेष सचिव राजेश अग्रवाल के बीच बातचीत होगी।

    भारत और अमेरिका के बीच इसी साल मार्च के महीने में बीटीए पर बातचीत शुरू हुई थी। अक्टूबर-नवंबर 2025 तक दोनों देशों को समझौते के पहले चरण को पूरा करना है। अमेरिका चाहता है कि भारत अपने कृषि और डेयरी क्षेत्र को भी व्यापार के लिए खोले, लेकिन भारत इसके लिए राजी नहीं है। क्योंकि ये क्षेत्र देश के लिए बेहद संवेदनशील हैं और आबादी के एक बड़े हिस्से को आजीविका प्रदान करते हैं।

    ट्रंप ने लगाया 50 फीसदी टैरिफ

    अपना दूसरा कार्यकाल संभालने के बाद से ही ट्रंप ने रेसीप्रोकल टैरिफ की नीति अपना ली थी । उन्होंने भारत पर ज्यादा टैरिफ वसूलने का आरोप भी लगाया था। इसके बाद एक लंबे होल्ड के बाद अमेरिका ने भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगा दिया। लेकिन जब ट्रंप का इससे भी मन नहीं भरा, तो उन्होंने रूस से तेल खरीदने को आधार बनाते हुए भारत पर अतिरिक्त 25 फीसदी यानी कुल 50 फीसदी टैरिफ थोप दिया।

    हालांकि तनाव के बावजूद भारत ने सकारात्मक रुख रखा। पीएम नरेंद्र मोदी ने अमेरिका राष्ट्रपति की भावनाओं और दृष्टिकोण को सराहा और कहा कि वह पूरी तरह से उनका समर्थन करते हैं। ट्रंप ने भी अलग-अलग मौकों पर पीएम मोदी को अपना सबसे अच्छा दोस्त कहा। इसी का नतीजा है कि भारत और अमेरिका के बीच एक बार फिर से व्यापार समझौते को लेकर पहल शुरू हो गई है।

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