INS विक्रांत के बाद दूसरा स्वदेशी विमानवाहक पोत खरीदेगी नौसेना, रक्षा मंत्रालय को भेजा प्रस्ताव
भारतीय सेनाओं के स्वदेशी अभियान की मुहिम को तेज करते हुए भारतीय नौसेना ने कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा बनाए जाने वाले दूसरे विमानवाहक पोत के लिए केंद्र सरकार के पास अहम प्रस्ताव भेजा है। अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्रालय जल्द ही रक्षा क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम के तहत भारतीय नौसेना के पेश किए गए प्रस्ताव पर चर्चा करेगा।

नई दिल्ली, एएनआइ। भारतीय सेनाओं के स्वदेशी अभियान की मुहिम को तेज करते हुए भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा बनाए जाने वाले दूसरे विमानवाहक पोत के लिए केंद्र सरकार के पास अहम प्रस्ताव भेजा है।
रक्षा अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्रालय को दूसरे स्वदेशी विमानवाहक पोत के निर्माण और अधिग्रहण के लिए एक प्रस्ताव प्राप्त हुआ है। इसे स्वदेशी विमानवाहक-2 के नाम से जाना जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्रालय जल्द ही रक्षा क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) के आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम (Atmanirbhar Bharat) के तहत भारतीय नौसेना के पेश किए गए प्रस्ताव पर चर्चा करेगा। जब आइएसी-2 पर काम को सरकार से मंजूरी मिल जाएगी तो यह कार्यक्रम केरल में कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के माध्यम से कई हजार प्रत्यक्ष और कई गुना अप्रत्यक्ष नौकरियां पैदा करेगा।
बता दें कि पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आइएनएस विक्रांत को पिछले साल सितंबर में कोच्चि में प्रधानमंत्री मोदी ने कमीशन किया था। कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (CSL) के तैयार इस विमानवाहक पोत की काफी सराहना की गई थी।
अधिकारियों ने बताया कि नौसेना तीन विमानवाहक पोत चाहती है ताकि प्रत्येक तट पर एक विमानवाहक पोत को तैनात रखा जा सके और एक की मरम्मत की जा सके। तीन विमानवाहक पोतों के साथ, नौसेना हिंद-प्रशांत क्षेत्र में तैनात सभी नौसेनाओं के साथ तालमेल बनाए रख सकेगी।
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वहीं, नौसेना को आइएनएस विक्रांत के लिए 26 नए राफेल लड़ाकू विमान भी मिलने वाले हैं और वह स्वदेशी ट्विन इंजन डेक एल-आधारित लड़ाकू विमान भी खरीदने पर विचार कर रही है, जिसे अब तीन वाहकों पर तैनात करने के लिए बड़ी संख्या में उत्पादित किए जाने की उम्मीद है।
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