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    पांच सालों में इन 48 स्टेशनों की दोगुनी होगी क्षमता, भीड़ से निपटने के लिए रेलवे का मेगा प्लान

    Updated: Fri, 26 Dec 2025 10:15 PM (IST)

    रेलवे ने 2030 तक ट्रेनों की ओरिजिनेटिंग क्षमता दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है। अगले पांच वर्षों में 48 प्रमुख शहरों में वर्तमान क्षमता को दोगुना किया जा ...और पढ़ें

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    रेलवे का लक्ष्य 2030 तक क्षमता दोगुनी करना

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पिछले कुछ वर्षों में रेल यात्रियों की संख्या में तेज वृद्धि को देखते हुए रेलवे ने वर्ष 2030 तक ट्रेनों की ओरिजिनेटिंग क्षमता दोगुनी करने का लक्ष्य तय किया है। अगले पांच वर्षों के दौरान देश के 48 प्रमुख शहरों में रेलवे की वर्तमान क्षमता को दोगुना करने की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है।

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    रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस पहल को भविष्य की जरूरतों के अनुरूप बताया है, जो यात्रियों को अधिक भरोसेमंद व सुगम यात्रा का अनुभव देगी।यह योजना केवल बड़े और व्यस्त स्टेशनों तक सीमित नहीं रहेगी।

    रेलवे का लक्ष्य 2030 तक क्षमता दोगुनी करना

    रेलवे यह सुनिश्चित करना चाहता है कि किसी एक स्टेशन पर अत्यधिक दबाव न पड़े। इसलिए महानगरों के आसपास स्थित स्टेशनों को भी विकसित किया जाएगा। जैसे पटना के साथ राजेंद्र नगर और दानापुर जैसे स्टेशनों को भी विस्तार योजना में शामिल किया गया है, ताकि ट्रेनों का संचालन संतुलित ढंग से हो सके और यात्रियों को वैकल्पिक सुविधाएं मिलें।

    ट्रेनों की कुल क्षमता बढ़ाने के लिए रेलवे चार स्तरों पर काम करेगा। मौजूदा टर्मिनलों पर नए प्लेटफार्म, स्टेब¨लग लाइन, पिट लाइन और शंटिंग सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। शहरों के भीतर और आसपास नए कोचिंग टर्मिनल विकसित होंगे, जिससे ट्रेनों का संचालन सुचारू रहेगा।

    साथ ही मेगा कोचिंग काम्प्लेक्स बनाए जाएंगे, ताकि ट्रेनों के रखरखाव की व्यवस्था मजबूत हो सके। सिग्नल सिस्टम के उन्नयन, मल्टी-ट्रेकिंग और ट्रैफिक फैसिलिटी कार्यों से ट्रैक क्षमता भी बढ़ाई जाएगी।

    रेलवे इस पूरी योजना को तत्काल, अल्पकालिक और दीर्घकालिक चरणों में लागू करेगा। रेलवे को निर्देश दिए गए हैं कि वे केवल टर्मिनल ही नहीं, बल्कि अपने पूरे डिवीजन में परिचालन से जुड़ी बाधाओं को दूर करें। इससे क्षमता विस्तार का लाभ जल्द से जल्द यात्रियों तक पहुंचेगा और ट्रेनों में भीड़ भविष्य में बड़ी समस्या नहीं बनेगी।

    योजना में शामिल 48 प्रमुख शहर

    दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, पटना, लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, गोरखपुर, मथुरा, अयोध्या, हरिद्वार, आगरा, भागलपुर, बरेली, रांची, रायपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गयाजी, दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, चंडीगढ़, लुधियाना, अमृतसर, इंदौर, भोपाल, उज्जैन, जम्मू, चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलुरु, अहमदाबाद, पुणे, नागपुर, जोधपुर, जयपुर, वडोदरा, सूरत, मडगांव, कोचीन, मैसूर, भुवनेश्वर, तिरुपति, विशाखापट्टनम, विजयवाड़ा, गुवाहाटी, पुरी, कोयंबटूर एवं तिरुचिरापल्ली।