Jagdeep Dhankhar Resigns: 'हमें गहरा सदमा लगा...', जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर रिश्तेदारों ने क्या-क्या कहा?
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से अपने पद से इस्तीफा दे दिया जिससे उनके पैतृक गांव किठाना में लोग हैरान हैं। ग्रामीणों ने उनके कार्यकाल पूरा होने से पहले इस्तीफे पर सदमा व्यक्त किया और उनके स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की। उनके रिश्तेदार हरेंद्र धनखड़ ने बताया कि मार्च में उनकी एंजियोप्लास्टी हुई थी। राष्ट्रपति मुर्मु ने धनखड़ का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सोमवार को संसद के मानसून सत्र के पहले दिन उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इसके पीछे स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया। उनके इस्तीफे को लेकर राजनीति में एक नई चर्चा होने लगी है।
राजस्थान के झुंझुनू में जगदीप धनखड़ के पैतृक गांव किठाना के स्थानीय लोगों ने उपराष्ट्रपति पद से उनके इस्तीफे के फैसले पर आश्चर्य व्यक्त किया है। उनके गांव के लोगों को भी समझ नहीं आ रहा है कि अचानक अपने कार्यकाल के पूरा होने से पहले धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा क्यों दे दिया।
'खबर सुनकर लगा सदमा'
बता दें कि जगदीप धनखड़ के रिश्तेदार किठाना निवासी हरेंद्र धनखड़ ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बताया कि उनके इस्तीफे की खबर सुनकर हमें गहरा सदमा लगा। यह भी सच है कि मार्च में उनकी एंजियोप्लास्टी हुई थी। पिछले महीने जब वह उत्तराखंड गए थे, तो वहाँ भी उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। उन्होंने यह भी बताया कि जगदीप धनखड़ ने गांव के स्कूलों और गौशालाओं को आर्थिक मदद की है।
जगदीप धनखड़ के रिश्तेदार हरेंद्र धनखड़ ने आगे कहा कि जब वह साल 2022 में देश उप राष्ट्रपति बने तो पूरे गांव में खुशी की लहर थी। किठाना के एक किसान का बेटा देश का उपराष्ट्रपति बना। उन्होंने स्कूल और गौशाला को भी काफी आर्थिक मदद की थी। हरेंद्र धनखड़ ने आगे कहा कि गांव के लोग धनखड़ के स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
धनखड़ के गांव के सरपंच ने क्या कहा?
वहीं, गांव के सरपंच सुभिता धनखड़ ने कहा कि उनको उम्मीद है कि आगे फिर एक बार जगदीप धनखड़ ऊंचे पदों पर पहुंचेंगे। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सरपंच ने बताया कि हम कामना करते हैं कि वह जल्द स्वस्थ हों और और भी ऊंचे पदों पर पहुंचें। यह खबर सुनकर मुझे गहरा सदमा लगा, लेकिन स्वास्थ्य भी महत्वपूर्ण है।
स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर रहे गांव के लोग
इस बीच जगदीप धनखड़ के गांव के एक अन्य ग्रामीण नरेश ने कहा कि उनका कार्यकाल पूरा हो जाना चाहिए था और गांव उनके स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर रहा है।
नरेश का कहना है कि मुझे कल रात लगभग 9:30 बजे व्हाट्सएप पर खबर मिली कि उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दे दिया है। पूरा गांव हैरान था। यह गांव और पूरे राजस्थान के लिए दुखद खबर थी। उनका कार्यकाल पूरा हो जाना चाहिए था। हम उनके स्वास्थ्य के लिए मंदिर में प्रार्थना कर रहे हैं। जब भी वह गांव आते हैं, तो सबसे पहले बालाजी मंदिर में प्रार्थना करते हैं।
राष्ट्रपति मुर्मु ने स्वीकार किया धनखड़ का इस्तीफा
बता दें मंगलवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा राष्ट्रपति मुर्मु ने स्वीकार कर लिया। संसद के उच्च सदन में अध्यक्ष पद पर आसीन भाजपा सांसद घनश्याम तिवारी ने इस बात की घोषणा की।
संसद के उच्च सदन में अध्यक्ष पद पर आसीन भाजपा सांसद घनश्याम तिवारी ने कहा कि गृह मंत्रालय ने अपनी अधिसूचना के माध्यम से संविधान की धारा 67ए के तहत उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की सूचना तत्काल प्रभाव से दे दी है। (इनपुट एएनआई के साथ)
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