मध्य प्रदेश में काटे जाएंगे 17 हजार से अधिक पेड़, जल शक्ति राज्य मंत्री ने राज्यसभा में बताई वजह
केंद्र सरकार ने राज्यसभा को सूचित किया कि केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना के लिए मध्यप्रदेश में 17 हजार से अधिक पेड़ काटे जाएंगे जिनमें से 12 हजार से अधिक पन्ना टाइगर रिजर्व क्षेत्र में हैं। जल शक्ति राज्य मंत्री राज भूषण चौधरी ने बताया कि यह परियोजना कार्यान्वयन चरण में है। इस परियोजना से 7193 परिवार प्रभावित होंगे जिनके पुनर्वास की व्यवस्था मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश सरकारें करेंगी।

पीटीआई, नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने राज्य सभा को बताया कि महत्वाकांक्षी केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना के लिए मध्यप्रदेश में 17 हजार से अधिक पेड़ काटे जाएंगे। इनमें से 12 हजार से अधिक पेड़ पन्ना टाइगर रिजर्व क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं।
संबंधित परियोजना प्राधिकरण, जिला प्रशासन और वन विभाग द्वारा पेड़ों को काटने के निर्णय के खिलाफ विरोध की सूचना नहीं मिली है।
जल शक्ति राज्य मंत्री राज भूषण चौधरी ने राज्यसभा में एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि केन-बेतवा लिंक परियोजना एकमात्र नदी जोड़ो योजना है जो कार्यान्वयन चरण में पहुंच गई है।
17 हजार से ज्यादा पेड़ों को काटा जाएगा
मंत्री ने लिखित जवाब में कहा, केन-बेतवा लिंक परियोजना (केबीएलपी) के तहत, मध्य प्रदेश में दौधन बांध और संबद्ध बुनियादी ढांचे के लिए लगभग 17,101 पेड़ों को काटने के लिए चिह्नित किया गया है। इनमें से 12,404 पेड़ पन्ना टाइगर रिजर्व वन के भीतर हैं।इस परियोजना से 7,193 परिवारों के प्रभावित होने की संभावना है।
मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश सरकारों को कानून के अनुसार भूमि अधिग्रहण और पुनर्वास की व्यवस्था करना है। मध्य प्रदेश सरकार ने सितंबर 2023 में विशेष मुआवजा और पुनर्वास पैकेज को मंजूरी दी थी।
केंद्र ने कहा कि ये आंकड़े परियोजना आकलन पर आधारित हैं। यह भी बताया कि पिछले तीन वर्षों में परियोजना के लिए निर्धारित 4,469.41 करोड़ रुपये में से 3,969.79 करोड़ रुपये पहले ही खर्च किए जा चुके हैं।
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