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    महाराष्ट्र ATS ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर को आतंकी कनेक्शन के शक में किया गिरफ्तार, आपत्तिजनक सामग्री बरामद

    Updated: Tue, 28 Oct 2025 04:57 AM (IST)

    महाराष्ट्र एटीएस ने एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को आतंकी कनेक्शन के संदेह में गिरफ्तार किया है। एटीएस को सूचना मिली थी कि इंजीनियर आतंकी गतिविधियों में शामिल है, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया। तलाशी में उसके घर से आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद हुई है। एटीएस मामले की जांच कर रही है और आरोपी से पूछताछ जारी है।

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    आतंकी कनेक्शन के शक में गिरफ्तारी। (प्रतीकात्मक तस्वीर)


    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र एटीएस ने सोमवार को पुणे से आतंकी गतिविधियों में लिप्त एक साफ्टवेयर इंजीनियर को गिरफ्तार किया है। एटीएस के मुताबिक पाकिस्तानी अल कायदा जैसे प्रतिबंधित संगठनों से जुड़ाव और युवाओं को कट्टरपंथी बनाने में भूमिका के चलते पिछले एक महीने से आरोपित जुबैर हंगरगेकर की निगरानी की जा रही थी। विशेष यूएपीए अदालत ने उसे चार नवंबर तक के लिए पुलिस कस्टडी में भेजा है।

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    पुलिस अधिकारी ने बताया कि जुबैर को पुणे के कोधवा इलाके से पकड़ा गया। उस पर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून की धाराओं में एफआइआर की गई है। पुलिस ने बताया कि हंगरगेकर राष्ट्रद्रोही गतिविधियों में शामिल था और महाराष्ट्र और अन्य शहरों में धमाकों की साजिश रच रहा था।

    आरोपियों के पास से आपत्तिजनक सामग्री बरामद

    पुलिस का दावा है कि आरोपित के ठिकाने पर छापे में युवाओं को कट्टरपंथी बनाने वाली आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है। इसी से मिलते जुलते मामले में पुणे पुलिस ने सोमवार को चेन्नई एक्सप्रेस से चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। नौ अक्टूबर को एटीएस ने पुणे के तमाम इलाकों पर छापे मारे और इलेक्ट्रानिक डिवाइस, दस्तावेज और सामग्री बरामद की थी, जिसने संकेत मिलता है कि क्षेत्र में बड़ा आतंकी नेटवर्क बनाने की तैयारी चल रही थी।

    पुलिस दिल्ली के सादिक नगर से मोहम्मद अदनान खान उर्फ अबु मुहारिब और भोपाल से अदनान खान उर्फ अबु मोहम्मद को आतंकी संगठन आइएस से संबंधित मामले में गिरफ्तार कर चुकी है।

    आरोपियों को ऑनलाइन सीरिया से किया जा रहा प्रशिक्षित

    पुलिस का दावा है कि इन दोनों आरोपितों को सीरिया से ऑनलाइन प्रशिक्षित किया जा रहा था। पुलिस के मुताबिक आइएस की व्यापक ऑनलाइन मौजूदगी देश में चिंता का विषय है। इस संगठन ने पिछले साल दुनियाभर में 72 और इस साल 115 हमले कराए हैं।

    (समाचार एजेंसी आइएएनएस के इनपुट के साथ)