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    मालेगांव विस्फोट मामले में बरी लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत पुरोहित का पुणे में हुआ भव्य स्वागत, ढोल-ताशे के साथ निकला जूलूस

    By Agency Edited By: Prince Gourh
    Updated: Sun, 03 Aug 2025 10:00 PM (IST)

    मालेगांव विस्फोट मामले में बरी होने के बाद लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत) प्रसाद श्रीकांत पुरोहित पुणे में अपने घर लौटे जहाँ उनका भव्य स्वागत हुआ। लॉ कॉलेज रोड पर स्थित उनके घर के बाहर लोग एकत्र थे और स्वागत है काका जैसे नारे लगा रहे थे। पुरोहित अपनी पत्नी के साथ खुली जीप में सवार थे ढोल-ताशे की थाप और पुष्प वर्षा के बीच उनका जुलूस निकाला गया।

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    मालेगांव विस्फोट मामला बरी होने के बाद पुणे लौटे लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित (फाइल फोटो)

    पीटीआई, पुणे। मालेगांव विस्फोट मामले में अदालत से बरी होने के बाद लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत) प्रसाद श्रीकांत पुरोहित रविवार को पुणे में अपने घर लौटे। उनके परिवार के सदस्यों सहित लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया।

    उनका स्वागत करने के लिए लोग लॉ कॉलेज रोड पर स्थित शांतिशीला हाउसिंग सोसायटी के बाहर जुटे हुए थे जहां लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित का घर है। लोग उन पर फूल बरसा रहे थे, पटाखे फोड़ रहे थे।

    लोगों ने किस तरह किया स्वागत?

    लोगों ने 'स्वागत है काका' लिखे पोस्टर लिए हुए थे। पुरोहित अपनी पत्नी के साथ खुली जीप में सवार थे। ढोल-ताशे की थाप और पुष्प वर्षा के बीच जुलूस निकाला गया। जुलूस में शामिल लोगों ने 'जय श्री राम' और 'सनातन धर्म की जय' के नारे भी लगाए और लंबी कानूनी लड़ाई के बाद श्रीकांत पुरोहित के बरी होने का जश्न मनाया।

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    लोगों ने भगवा झंडे भी लहराए। इस अवसर पर श्रीकांत पुरोहित ने कहा, मुझे बेहद खुशी है कि मेरा इतना भव्य स्वागत किया गया। मेरा पूरा परिवार मेरा इंतजार कर रहा है। मैं यहीं पला-बढ़ा हूं।

    लेफ्टिनेंट कर्नल ने क्या कहा?

    एएनआई के अनुसार, उन्होंने कहा कि लोग पहले से ही उनका स्वागत करने को आतुर थे, लेकिन लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित ने कहा था कि जब तक उन्हें बरी नहीं किया जाता, वे वापस नहीं लौटेंगे।

    उन्होंने कहा, वे हमेशा मेरा स्वागत करना चाहते थे, लेकिन मैंने कहा था कि जब तक मैं इस मामले से पूरी तरह बरी नहीं हो जाता, मैं आपको उस तरह की खुशी नहीं दे पाऊंगा। इस बार जब अदालत ने यह फैसला सुनाया, तो उन्होंने कहा कि वे मेरा स्वागत करेंगे। मैं आभारी हूं।

    अदालत का फैसला

    पुरोहित अपनी पत्नी के साथ अपनी सोसायटी स्थित हनुमान मंदिर भी गए।गौरतलब है कि मुंबई की विशेष एनआईए अदालत ने 17 वर्ष पहले हुए मालेगांव विस्फोट मामले में गुरुवार को साध्वी प्रज्ञा ठाकुर एवं लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत) प्रसाद पुरोहित सहित सभी सात आरोपितों को बरी कर दिया।

    अदालत ने कहा कि उनके खिलाफ कोई विश्वसनीय साक्ष्य नहीं थे। मुंबई से 291 किलोमीटर दूर मालेगांव शहर के भीखू चौक पर एक मस्जिद के पास यह शक्तिशाली विस्फोट 29 सितंबर, 2008 की रात 9.35 मिनट पर हुआ था। इस शक्तिशाली विस्फोट में छह लोग मारे गए थे और 101 व्यक्ति घायल हुए थे।

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