500 रुपए के लिए बदमाशों ने मजदूर को ट्रेन से फेंका, 10 घंटे बाद कटा पैर लेकर अस्पताल पहुंची पुलिस
दिल्ली में फ्रीगंज ओवरब्रिज के नीचे एक मजदूर से बदमाशों ने 500 रुपये लूट लिए और उसे पटरी पर फेंक दिया। ट्रेन से पैर कटने के बाद वह 500 मीटर तक घसीटकर स्टेशन पहुंचा। जीआरपी ने उसे अस्पताल पहुंचाया और सुबह उसका कटा पैर बरामद किया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

500 रुपए के लिए बदमाशों ने मजदूर को ट्रेन से फेंका
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। फ्रीगंज ओवर ब्रिज के नीचे पटरी पर बुधवार रात को एक मजदूर को चार-पांच बदमाशों ने मारपीट कर उससे 500 रुपये लूट लिए, इसके बाद उसे पटरी पर पटक दिया। ट्रेन गुजरने पर मजदूर का पैर कटने से वह बेहोश हो गया। होश आने पर वह 500 मीटर तक घसीटता हुआ स्टेशन पहुंचा और वहां गश्त कर रहे जीआरपी जवान को जानकारी दी।
उपचार के लिए उसे चरक अस्पताल भर्ती करवाया गया है। गुरुवार सुबह मजदूर का कटा पैर ट्रैकमेन को मिला था। जिसके बाद जीआरपी ने उसे अस्पताल पहुंचाया। हालांकि पुलिस लूट की वारदात को लेकर जांच की बात कह रही है। लखन पुत्र मांगीलाल उम्र 34 साल निवासी ग्राम पलदुना तराना दिनभर मजदूरी करता है, रात वह रेलवे स्टेशन क्षेत्र में गुजारता है।
मजदूर से लूटपाट, पटरी पर फेंका
बुधवार रात को लखन जीरो पाइंट की ओर से खाना लेकर पैदल स्टेशन की ओर आ रहा था। फ्रीगंज ओवरब्रिज के नीचे उसे चार-पांच बदमाशों ने पकड़ लिया और मारपीट कर उससे 500 रुपये छीन लिए थे। बदमाशों ने उसे पटरी पर पटक दिया था। होश आया तो एक पैर कटा हुआ था, जिसके बाद वह करीब 500 मीटर तक घसीटता हुआ स्टेशन पर पहुंचा था।
जहां गश्त कर रहे प्रधान आरक्षक वीर भूपेंद्रसिंह को उसने आवाज लगाकर बुलाया और घटनाक्रम की जानकारी दी। पुलिसकर्मी ने 108 एंबुलेंस बुलाकर उपचार के लिए चरक अस्पताल पहुंचाया।सुबह मिला कटा पैर, जीआरपी अस्पताल लेकर पहुंचीगुरुवार सुबह रेलवे ट्रैकमेन को पटरी पर लखन का कटा पैर मिला था। जिसकी जानकारी उसने जीआरपी को दी थी। पुलिस पैर लेकर चरक अस्पताल पहुंची थी। जहां पैर को पोस्टमार्टम कक्ष में रखवाया गया है।
ट्रेन से पैर कटा, अस्पताल में भर्ती
जीआरपी का लूट से इंकार, जांच की बातजीआरपी टीआइ अमित भावसार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। मजदूर के स्वजन उसे मानसिक रूप से बीमार भी बता रहे हैं। हालांकि उसके बयान दर्ज कर जांच कर आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मजदूरी करने आया था भाई घायल लखन ने पुलिसकर्मियों को अपनी बहन अनिता निवासी सिंगावदा देवास का मोबाइल नंबर दिया था। जीआरपी ने अनिता को फोन कर घटनाक्रम की जानकारी दी थी।
अनिता ने अपने स्वजन को फोन कर घटनाक्रम बताया था। अनिता ने पुलिस को बताया कि लखन मजदूरी करता है। उसकी एक पत्नी की मौत हो चुकी है, जबकि दूसरी पत्नी उसे छोड़कर चली गई है। वह दीपावली के बाद भाईदूज मनाकर घर से मजदूरी करने के लिए उज्जैन आया था।

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