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    बेहतर जल प्रबंधन में महाराष्ट्र को पहला स्थान, अन्य राज्यों का क्या है हाल?

    Updated: Tue, 11 Nov 2025 08:49 PM (IST)

    केंद्र सरकार ने छठे राष्ट्रीय जल पुरस्कारों की घोषणा की है, जिसमें महाराष्ट्र को सर्वश्रेष्ठ राज्य चुना गया है। गुजरात दूसरे और हरियाणा तीसरे स्थान पर रहे। जिलों में मिर्जापुर, खरगौन, राजनांदगांव और त्रिरुनेलवेल्ली को पुरस्कार मिला है। जल शक्ति मंत्रालय ने जल संचय-जन भागीदारी नाम से नया पुरस्कार शुरू किया है, जिसमें तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और राजस्थान को पुरस्कृत किया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 18 नवंबर को पुरस्कार प्रदान करेंगी।

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    महाराष्ट्र जल प्रबंधन में सर्वश्रेष्ठ राज्य

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने मंगलवार को छठे राष्ट्रीय जल पुरस्कारों की घोषणा की है। जिसमें देश में बेहतर जल प्रबंधन व जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के मामले में महाराष्ट्र को सर्वश्रेष्ठ राज्य चुना गया है। जबकि इसके लिए दूसरे नंबर पर गुजरात और तीसरे नंबर पर हरियाणा को चुना गया है।

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    दस श्रेणियों में दिए गए राष्ट्रीय जल पुरस्कारों में जिलों की श्रेणी में नार्थ जोन से मिर्जापुर ( उत्तर प्रदेश ), वेस्ट जोन से खरगौन ( मध्य प्रदेश), ईस्ट जोन से राजनांदगांव ( छत्तीसगढ़) और दक्षिणी जोन से त्रिरुनेलवेल्ली ( तमिलनाडु) को सर्वश्रेष्ठ जिला घोषित किया गया है।

    महाराष्ट्र जल प्रबंधन में सर्वश्रेष्ठ राज्य

    इसके साथ ही जल शक्ति मंत्रालय ने पहली बार जल संचय-जन भागीदारी नाम से एक नए पुरस्कार की घोषणा भी की है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 18 नवंबर को इन पुरस्कारों को प्रदान करेगी। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने छठे राष्ट्रीय जल पुरस्कार और पहले जल संचय-जन भागीदारी पुरस्कारों की घोषणा की।

    इस दौरान जल संचय-जनभागीदारी में सर्वाधिक करीब 5.20 लाख जल संरचनाएं बनाने के लिए तेलंगाना को पहला पुरस्कार देने की घोषणा की है, वहीं छत्तीसगढ़ को 4.05 लाख जल संरचनाएं बनाने पर दूसरा और राजस्थान को 3.64 जल संरचनाएं बनाने पर तीसरा पुरस्कार देने की घोषणा की है।

    18 नवंबर को राष्ट्रपति देंगी पुरस्कार

    पाटिल ने बताया कि इस दौरान जल संचय के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाले जिलों व नगरीय निकायों को नकद पुरस्कार भी दिया जाएगा। इनमें पांचों जोन के शीर्ष के सभी तीन जिलों व शीर्ष दस में नगरीय निकायों में पहले तीन नगरीय निकायों को दो-दो करोड़ का पुरस्कार दिया जाएगा।

    इसके साथ ही प्रत्येक जोन के दूसरी श्रेणी के जिलों को एक करोड़ व तीसरी श्रेणी के जिलों को 25 लाख का पुरस्कार भी देने का घोषणा की है। देश में जल संचय अभियान के तहत दस लाख संरचनाओं की जगह निर्धारित समयसीमा में 27.6 लाख संरचनाओं का निर्माण हुआ था। केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय जल पुरस्कारों की शुरूआत 2018 में की गई।

    इस बार ये पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ राज्य, सर्वश्रेष्ठ जिला, सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत, सर्वश्रेष्ठ शहरी स्थानीय निकाय, सर्वश्रेष्ठ स्कूल या कॉलेज, सर्वश्रेष्ठ उद्योग, सर्वश्रेष्ठ जल उपयोगकर्ता संघ, सर्वश्रेष्ठ संस्थान, सर्वश्रेष्ठ नागरिक समाज और सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति के रूप में दिए जाते हैं।

    जल संचय अभियान में नार्दन जोन में मिर्जापुर सबसे आगे

    देश भर में चलाए गए जल संचय अभियान में जिलों की श्रेणी में नार्दन जोन में 35509 संरचनाओं का निर्माण कर उत्तर प्रदेश का मिर्जापुर जिला सर्वश्रेष्ठ रहा। जबकि इस श्रेणी में 24409 संरचनाओं के साथ वाराणसी दूसरे नंबर पर और 16279 संरचनाओं के साथ जालौन तीसरे नंबर पर रहा। ईस्टर्न जोन की श्रेणी में छत्तीसगढ़ के बालौद, राजनांदगांव और राजपुर जिले शीर्ष पर रहे।

    वेस्टर्न जोन में 1.29 लाख संरचनाओं की निर्माण कर मध्य प्रदेश का ईस्ट निमाड पहले स्थान पर रहा। वहीं जल संरचनाओं के निर्माण में महानगर निगमों की श्रेणी में पहले नंबर रायपुर, दूसरे नंबर पर हैदराबाद और तीसरे नंबर गोरखपुर नगर निगम शामिल रहा। वहीं नगरीय निकायों की श्रेणी में पहले नंबर पर गुना ( मध्य प्रदेश) रहा है।