'जेन Z का हार न मानने वाला जज्बा विकसित भारत की सबसे बड़ी ताकत', मन की बात में बोले PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' में राम मंदिर ध्वजारोहण, संविधान दिवस, और खाद्यान्न उत्पादन में रिकॉर्ड का उल्लेख किया। उन्होंने शहद उत्पादन ...और पढ़ें

मन की बात में क्या बोले पीएम मोदी? (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में देश को संबोधित किया। रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 128वें एपिसोड में पीएम मोदी ने राम मंदिर ध्वजारोहण का का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि टीम भावना से हर काम सफल हो सकता है।
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के दौरान कहा कि नवंबर का महीना बहुत सी प्रेरणाएं लेकर आया है। 26 नवंबर को 'संविधान दिवस' पर सेंट्रल हॉल में विशेष कार्यक्रम हुआ। वंदे मातरम् के 150 वर्ष होने पर पूरे देश में होने वाले कार्यक्रमों की शानदार शुरुआत हुई।अयोध्या में राम मंदिर पर धर्मध्वजा का आरोहण हुआ और कुरुक्षेत्र के ज्योतिसर में पांचजन्य स्मारक का लोकार्पण किया गया।
शहत का किया जिक्र
पीएम मोदी ने शहद की मिठास का जिक्र करते हुए कहा कि हम सभी शहद की मिठास से परिचित होंगे, लेकिन हमें ये पता नहीं चलता कि इसके पीछे कितने लोगों की मेहनत है। जम्मू कश्मीर के सुलाई में शहद को जीआई टैग मिला है, जिसके बाद इसकी पहचान पूरे देश में बन रही है। दक्षिण कन्नड़ जिले की वनस्पतियां शहद उत्पादन के लिए अच्छी मानी जाती हैं। यहां ग्रामजन्य संस्था ने शहद उत्पादन को ब्रांडेड बनाकर शहरों तक बेचा है, जिसका लाभ किसानों को मिल रहा है।
आज भारत शहद उत्पादन में नए रिकॉर्ड बना रहा है। आज भारत में शहद उत्पादन डेढ़ लाख मीट्रिक टन से ज्यादा हो गया है। इससे हजारों लोगों को रोजगार के अवसर मिले हैं। इससे देश के कोनों में शहद की मिठास भी बढ़ रही है और ये मिठास किसानों की आय भी बढ़ा रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने 357 मिलियन टन के खाद्यान्न उत्पादन के साथ एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया है। 10 साल पहले की तुलना में भारत का खाद्यान्न उत्पादन 100 मिलियन टन और बढ़ गया है।
पीएम मोदी ने जेनरेशन Z का किया जिक्र
मन की बात में प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने सोशल मीडिया पर इसरो की ड्रोन प्रतियोगिता का एक वायरल वीडियो देखा, जिसमें जेनरेशन जेड ने अपने कौशल का प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि इस वीडियो में, हमारे देश के युवा, खासकर हमारी जेनरेशन Z, मंगल ग्रह जैसी परिस्थितियों में ड्रोन उड़ाने की कोशिश कर रहे थे। ड्रोन उड़ान भरते, कुछ देर स्थिर रहते और फिर अचानक जमीन पर गिर जाते।
लेकिन क्या आप जानते हैं क्यों? ऐसा इसलिए है क्योंकि इन ड्रोनों में जीपीएस सपोर्ट बिल्कुल नहीं था। मंगल ग्रह पर जीपीएस संभव नहीं है। इसलिए ड्रोन कोई बाहरी संकेत या मार्गदर्शन प्राप्त नहीं कर सकता। ड्रोन को अपने कैमरों और बिल्ट-इन सॉफ्टवेयर का उपयोग करके उड़ान भरनी थी। छोटे ड्रोन को जमीन पर पैटर्न की पहचान करनी थी, ऊंचाई मापनी थी, बाधाओं को समझना था और अपने आप सुरक्षित लैंडिंग पथ ढूंढ़ना था। यही कारण है कि ड्रोन एक के बाद एक दुर्घटनाग्रस्त होते रहे।
पीएम मोदी ने कहा कि इस प्रतियोगिता में पुणे के युवाओं की एक टीम को तब कुछ हद तक सफलता मिली, जब उनका ड्रोन कई बार गिरने और क्रैश होने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और बार-बार प्रयास करने के बाद आखिरकार उनका ड्रोन मंगल ग्रह जैसी परिस्थितियों में कुछ समय तक उड़ान भरने में सफल रहा। पीएम मोदी ने कहा कि जेनरेशन Z की हार ना मानने वाला जज्बा हमारे विकसित भारत की सबसे बड़ी ताकत है।
वोकल फॉर लोकल का मंत्र जरुरी...
पीएम मोदी ने वोकल फॉर लोकल का जिक्र करते हुए कहा कि प्यारे देशवासियों मैं आप सभी से वोकल फॉर लोकल के मंत्र को साथ लेकर चलने की अपील करता हूं। हाल ही में जी20 सम्मेलन के दौरान मैंने वैश्विक नेताओं को ऐसे उपहार भेंट किए, जो वोकल फॉर लोकल के मंत्र को बढ़ावा देते हैं। मैंने जापान की प्रधानमंत्री को भगवान बुद्ध की चांदी की प्रतिमा भेंट की। इटली की पीएम को करीमनगर की एक कला भेंट की। मैं चाहता हूं कि दुनिया हमारे कारीगरों की प्रतिभा को पहचाने।
मुझे खुशी है कि वोकल फॉर लोकल की भावना को देशवासियों ने अपना लिया है। हाल के त्योहारों की खरीद में लोगों ने मन से भारत के उत्पादों को चुना। इस बार युवाओं ने भी वोकल फॉर लोकल के अभियान को गति दी। आगामी क्रिसमस के समय भी वोकल फॉर लोकल की भावना का ध्यान रखे।

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