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    पीएम मोदी ने की एक्सपोर्टर्स के साथ बैठक, वैश्विक व्यापार में प्रतिस्पर्धा बढ़ाने पर हुई चर्चा

    Updated: Mon, 03 Nov 2025 11:21 PM (IST)

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न क्षेत्रों के निर्यातकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें वैश्विक व्यापार में भारत की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने पर चर्चा हुई। बैठक में वस्त्र, चमड़ा, रत्न, आभूषण और हस्तशिल्प जैसे क्षेत्रों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। भारत का वर्तमान में वैश्विक व्यापार में लगभग दो प्रतिशत हिस्सा है, और निर्यात को बढ़ावा देने के उपायों पर विचार किया गया।

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    वैश्विक व्यापार में भारत का हिस्सा लगभग दो प्रतिशत है (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार शाम विभिन्न क्षेत्रों के निर्यातकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में वैश्विक व्यापार में भारत की प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की गई। उद्योग के जुड़े सूत्रों के अनुसार, बैठक में वस्त्र, चमड़ा, रत्न व आभूषण, हस्तशिल्प, इंजीनियरिंग और समुद्री खाद्य पदार्थ जैसे क्षेत्रों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

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    यह बैठक इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि श्रम बहुलता क्षेत्रों को अमेरिकी की ओर से लगाए गए 50 प्रतिशत के उच्च टैरिफ के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। टैरिफ वस्तुओं और सेवाओं की प्रतिस्पर्धा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारत और अमेरिका एक द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं।

    वैश्विक व्यापार में भारत का हिस्सा लगभग दो प्रतिशत

    वर्तमान में वैश्विक व्यापार में भारत का हिस्सा लगभग दो प्रतिशत है। सितंबर में भारत का निर्यात 6.74 प्रतिशत बढ़कर 36.38 अरब डालर रहा है। इस वर्ष अप्रैल से सितंबर के बीच निर्यात 3.02 प्रतिशत बढ़कर 220.12 अरब डालर तक पहुंच गया है।

    बैठक में रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने कहा कि प्रमुख व्यापार केंद्रों के साथ वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बने रहने और निर्यात में तेजी लाने के लिए भारत को एक कुशल और व्यापार-अनुकूल कारोबारी माहौल स्थापित करने की आवश्यकता है।

    उन्होंने कहा कि भारत के रत्न एवं आभूषण क्षेत्र ने उल्लेखनीय वृद्धि और व्यापार सुगमता हासिल की है। हमें भरोसा है कि 2047 तक 100 अरब डालर के निर्यात को पार कर जाएंगे और 500 अरब डालर का घरेलू बाजार बनाएंगे। इससे भारत रत्न एवं आभूषणों का वैश्विक केंद्र बन जाएगा।

    (न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)