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    राष्ट्रपति कोविन्द ने कहा- राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य 21वीं सदी में भारत को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाना

    By Bhupendra SinghEdited By:
    Updated: Sun, 21 Mar 2021 11:07 PM (IST)

    राष्ट्रपति ने तकनीकी शिक्षा क्षेत्र में लड़कियों को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह प्रयास विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उच्च स्तर पर ¨लग सशक्तीकरण को बढ़ावा देगा। वे राउरकेला में नेशनल प्रौद्योगिकी संस्थान के 18वें दीक्षा समारोह को संबोधित कर रहे थे।

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    राउरकेला में नेशनल प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) का 18वां दीक्षांत समारोह।

    जागरण संवाददाता, राउरकेला। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य 21वीं सदी में भारत को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाना है। एनआइटी राउरकेला जैसे संस्थानों को इन राष्ट्रीय उद्देश्यों को प्राप्त करने में प्रमुख भूमिका निभानी है।

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    राउरकेला में एनआइटी का 18वां दीक्षांत समारोह

    वे रविवार को राउरकेला में नेशनल प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) के 18वें दीक्षा समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने छह गोल्ड मेडलिस्ट रिषभ बजाज, काजल अग्रवाल, शुभद्र शुभदर्शिनी, सत्विक साधु, सिरजा राय व कृष्ण कुमार जयसवाल को सम्मानित किया।

    राष्ट्रपति ने तकनीकी शिक्षा क्षेत्र में लड़कियों को प्रोत्साहित करने पर दिया जोर

    राष्ट्रपति ने तकनीकी शिक्षा क्षेत्र में लड़कियों को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह प्रयास विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उच्च स्तर पर ¨लग सशक्तीकरण को बढ़ावा देगा।

    राष्ट्रपति ने कहा- इंजीनियरिंग संस्थानों को कला और मानविकी पर अधिक जोर देना चाहिए

    राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि नीति में यह प्रविधान है कि इंजीनियरिंग संस्थानों को कला और मानविकी पर अधिक जोर देने के साथ ही अधिक समग्र और बहु-अनुशासनात्मक शिक्षा की ओर बढ़ना चाहिए।