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    फ्लाइट संकट के बीच रेलवे की बड़ी पहल, 84 स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला

    Updated: Sat, 06 Dec 2025 08:48 PM (IST)

    इंडिगो की उड़ानें रद्द होने से परेशान यात्रियों के लिए रेलवे ने 84 स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला किया है। ये ट्रेनें देश के व्यस्त हवाई रूटों पर 108 फ ...और पढ़ें

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    रेलवे उठाएगा डेढ़ लाख से ज्यादा यात्रियों का बोझ (फाइल फोटो)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। इंडिगो की उड़ानें रद्द होने से देशभर में फंसे हजारों यात्रियों को राहत देने के लिए भारतीय रेलवे ने बड़े स्तर पर अतिरिक्त व्यवस्था की है। शनिवार को रेलवे ने देश के सबसे व्यस्त हवाई रूटों पर 84 स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की, जो कुल 108 फेरे लगाएंगी।

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    इससे वे यात्री, जिनकी यात्रा फ्लाइट रद्द होने से अटक गई थी, बिना देरी अपनी मंजिल तक पहुंच सकेंगे। रेलवे के अनुसार इन ट्रेनों से लगभग डेढ़ लाख से अधिक यात्रियों को तत्काल वैकल्पिक साधन उपलब्ध होगा, जिससे हवाई यात्रा का दबाव काफी हद तक कम होगा।

    रेलवे ने की ये व्यवस्था

    रेल मंत्रालय के अनुसार यह व्यवस्था 12 दिसंबर तक प्रभावी रहेगी, जबकि कुछ आवश्यक सेवाओं में बढ़ोतरी 13 दिसंबर तक जारी रहेगी।फ्लाइट संकट के बीच यह कदम तब उठाया गया है जब इंडिगो पर नए पायलट ड्यूटी नियमों के असर से लगातार उड़ानें रद्द हो रही हैं। पांच दिसंबर को अकेले एक दिन में एक हजार से ज्यादा उड़ानें रद्द करनी पड़ीं।

    दिल्ली के सभी घरेलू उड़ानें प्रभावित रहीं, जबकि मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे बड़े एयरपोर्ट पर यात्रियों की भारी भीड़ जमा हो गई। सामान काउंटरों पर लंबी कतारें बन गईं और कई जगह यात्रियों ने विरोध भी किया। दूसरी एयरलाइनों ने किराए अचानक बढ़ा दिए, जिससे यात्रियों की मुश्किल और बढ़ गई।

    ऐसे माहौल में रेलवे की ओर से तुरंत बढ़ाया गया यह नेटवर्क सबसे भरोसेमंद सहारा बनकर उभरा है।रेलवे ने 84 स्पेशल ट्रेनों के अलावा कई नियमित प्रीमियम ट्रेनों में भी अतिरिक्त कोच जोड़कर क्षमता बढ़ाई है। देश भर में 116 अतिरिक्त कोच लगाए गए हैं, जिनसे 114 से अधिक अतिरिक्त ट्रिप संभव हो सकेंग।

    रेलवे ने शुरू की अतिरिक्त ट्रेन

    इनमें चेयर कार और स्लीपर कोच दोनों शामिल हैं, ताकि हवाई रूटों पर बढ़ी मांग को आराम से संभाला जा सके। सबसे अधिक सेवाएं सेंट्रल रेलवे ने बढ़ाई हैं, जहां 12 अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जा रही हैं और 18 से अधिक ट्रेनों में अतिरिक्त कोच बढ़ाए गए हैं। नॉर्दर्न रेलवे ने 10 अतिरिक्त ट्रेनें शुरू की हैं, जिनमें अधिकतर में वातानुकूलित कोच जोड़े गए हैं।

    वेस्टर्न रेलवे सात, जबकि नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे सात अतिरिक्त ट्रेनें चला रहा है। ईस्ट सेंट्रल रेलवे ने राजेंद्र नगर-नई दिल्ली सेवा को मजबूत करने के लिए कोच बढ़ाए हैं, जिससे बिहार-दिल्ली यात्रा बेहद सुगम होगी। ईस्टर्न रेलवे भी तीन स्पेशल ट्रेनों के साथ कई अतिरिक्त ट्रिप जोड़ चुका है।

    रेलवे का लक्ष्य

    रेलवे का मुख्य लक्ष्य यात्रियों को सुरक्षित, समयबद्ध और किफायती विकल्प उपलब्ध कराना है, ताकि फ्लाइट रद्द होने के कारण उनकी यात्रा योजनाएं प्रभावित न हों। अधिकारियों का मानना है कि 84 स्पेशल ट्रेनों और 108 फेरों की यह व्यवस्था हवाई संकट के बीच राहत की सबसे मजबूत कड़ी है, जिससे यात्रा दबाव को संतुलित करने में बड़ी मदद मिलेगी। फ्लाइट संकट कब तक पूरी तरह सामान्य होगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन तब तक रेलवे की यह पहल यात्रियों के लिए सबसे विश्वसनीय विकल्प बनकर उभर रही है।

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