Bihar Result 20225: '10-10 हजार रुपये दिए', शरद पवार ने लगाए गंभीर आरोप; भाजपा ने दिया जवाब
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने बिहार चुनाव में एनडीए की जीत पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार ने चुनाव से पहले महिला मतदाताओं के खातों में 10,000 रुपये जमा किए, जिससे चुनाव परिणाम प्रभावित हुआ। उन्होंने इस प्रवृत्ति को चिंताजनक बताते हुए चुनाव आयोग से इस मामले पर विचार करने का आग्रह किया। वहीं, भाजपा ने पवार के आरोपों को खारिज किया है।
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राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) प्रमुख शरद पवार। (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने आरोप लगाया है कि हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए की जीत सरकार समर्थित नकद हस्तांतरण योजना से प्रभावित थी, जिसके तहत मतदान से कुछ समय पहले महिला मतदाताओं के बैंक खातों में 10,000 रुपये जमा किए गए थे।
उन्होंने चेतावनी दी कि इतने बड़े पैमाने पर चुनाव से पहले भुगतान से लोकतांत्रिक प्रक्रिया में जनता का विश्वास कम होने का खतरा है। बारामती में पवार ने कहा कि उन्हें बिहार से फीडबैक मिला है, जिससे पता चलता है कि असामान्य रूप से बड़ी संख्या में मतदान करने वाली महिलाएं 10,000 रुपये की जमा की गई राशि से काफी प्रभावित थीं।
'चुनाव से ठीक पहले रकम देना चिंताजनक'
उन्होंने आरोप लगाया, "महिलाओं ने चुनाव अपने हाथों में ले लिया था। सभी के खातों में 10-10 हजार रुपये आए और इसका परिणाम पर सीधा असर पड़ा।" महाराष्ट्र की लाडकी बहन योजना से तुलना करते हुए पवार ने कहा कि चुनावों से ठीक पहले सरकारों द्वारा बड़ी रकम वितरित करने का चलन चिंताजनक है।
शरद पवार ने उठाए सवाल
उन्होंने कहा, "अगर सत्ता में बैठे लोग इस तरह से पैसा बांटकर चुनाव में उतरेंगे तो इससे लोगों का चुनाव में विश्वास डगमगा जाएगा। 10,000 रुपये कोई छोटी रकम नहीं है। विशेषज्ञों और चुनाव आयोग को इसके प्रभाव के बारे में सोचना चाहिए।"
पवार ने आगे कहा कि इस तरह की प्रथाएं पारदर्शिता पर सवाल उठाती हैं। उन्होंने कहा, "जब पूरे राज्य में 10,000 रुपये दिए जाते हैं और उसके बाद चुनाव होते हैं, तो लोगों को स्वाभाविक रूप से लगता है कि यह प्रक्रिया साफ-सुथरी नहीं है।"
भाजपा ने किया पलटवार
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पवार के आरोपों को चुनावी हार से ध्यान भटकाने की कोशिश बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, "चुनाव में जो जीतता है, वही असली सिकंदर होता है।" उन्होंने कहा, "हार के बाद, हार को स्वीकार करना चाहिए, अपनी गलतियां माननी चाहिए और आत्मचिंतन करना चाहिए, लेकिन हमारा विपक्ष ऐसा करने को तैयार नहीं है।"
फडणवीस ने कहा कि हर पार्टी और सरकार को कल्याणकारी योजनाएं लागू करने की आजादी है और जनता ही उनकी योग्यता का आकलन करती है। उन्होंने कहा, "हमने जो योजनाएं लागू कीं, उनकी लोगों ने सराहना की और इसीलिए उन्होंने हमारा समर्थन किया।"

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