कौन हैं शिवांगी सिंह? राष्ट्रपति के साथ तस्वीर देख उड़ी मुनीर की नींद, ऑपरेशन सिंदूर से है कनेक्शन
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हरियाणा के अंबाला एयर फोर्स स्टेशन पर स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह से मुलाकात की। यह मुलाकात तब हुई जब पाकिस्तान ने दावा किया था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान शिवांगी को पकड़ लिया गया है। राष्ट्रपति ने शिवांगी के साथ राफेल जेट के सामने तस्वीर साझा की, जिससे पाकिस्तान का झूठ उजागर हो गया। शिवांगी राफेल उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला पायलट हैं।

राष्ट्रपति मुर्मू से मिलीं राफेल पायलट शिवांगी सिंह पाकिस्तान का झूठ बेनकाब (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को हरियाणा के अंबाला एयर फोर्स स्टेशन पर स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह से मुलाकात की। यह वही जगह है जहां भारतीय वायुसेना का पहला राफेल स्क्वाड्रन 'गोल्डनएरोज' तैनात है।
यह मुलाकात उस समय हुई जब पांच महीने पहले पाकिस्तान के नेटवर्क्स ने झूठा दावा किया था कि शिवांगी सिंह को भारत की जवाबी कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पकड़ लिया गया है। राष्ट्रपति मुर्मू ने सोशल मीडिया पर शिवांगी सिंह के साथ एक तस्वीर साझा की, जिसमें वह फ्लाइट सूट में राफेल फाइटर जेट के सामने खड़ी दिखाई दे रही हैं।
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कौन हैं शिवांगी सिंह?
- उत्तर प्रदेश के वाराणसी की रहने वाली शिवांगी सिंह को बचपन में दिल्ली के एयर फोर्स म्यूजियम देखकर उड़ान का शौक हुआ। उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की और एनसीसी एयर विंग से जुड़कर अपने सपने की दिशा तय की।
- बाद में उन्होंने हैदराबाद स्थित एयर फोर्स एकैडमी (AFA) में प्रशिक्षण लिया और 2017 में वायुसेना की दूसरी महिला फाइटर पायलट बैच का हिस्सा बनीं।
- शिवांगी ने अपना करियर MiG-21 बाइसन जैसे तेज और जटिल विमान से शुरू किया और 2020 में राफेल उड़ाने वाली भारत की पहली महिला बनीं।
पाकिस्तान की झूठी कहानी
- वर्तमान में शिवांगी सिंह 17 स्क्वाड्रन 'गोल्डनएरोज' में तैनात हैं। उन्होंने फ्रांस में एक्सरसाइज ओरियन 2023 सहित कई अंतरराष्ट्रीय सैन्य अभ्यासों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है।
- उन्होंने पूर्वी लद्दाख और लाइन ऑफ कंट्रोल(LoC) जैसे संवेदनशील इलाकों में भी मिशन में हिस्सा लिया है।
- मई में ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने यह फर्जी खबर फैलाई थी कि एक भारतीय राफेल गिराया गया और उसकी महिला पायलट को पकड़ लिया गया।
- आज राष्ट्रपति के साथ उनकी मुस्कुराती हुई तस्वीर ने पाकिस्तान के झूठे प्रचार को पूरी तरह खारिज कर दिया।
पाकिस्तान ने फैलाया था झूठ
मई में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे। जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया। इसके बाद पाकिस्तानी मीडिया और सोशल हैंडल्स के जरिए झूठ फैलाया गया कि भारत के कई विमान गिरा दिए।
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इसके साथ ही ये भी दावा किया गया कि एक राफेल विमान भी गिराया गया जिसकी पायलट शिवांगी सिंह थी। लेकिन राष्ट्रपति मुर्मु के साथ की तस्वीर ने पाकिस्तान के झूठ को दुनिया के सामने लाकर रख दिया है।
भारत ने किया था फैक्ट चेक
भारत सरकार की फैक्ट-चेक यूनिट ने तब साफ कहा था, "पाक समर्थक सोशल मीडिया हैंडल्स का दावा झूठा है। शिवांगी सिंह कैद में नहीं हैं।" वायुसेना ने भी तब पुष्टि की थी कि शिवांगी ड्यूटी पर हैं। वो भारत की पहली महिला पायलट हैं, जिन्होंने राफेल उड़ाया है। ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान ने उन्हें मेंटर किया था, जो खुद पाकिस्तान में कैद होकर हीरो बनकर लौटे थे।
पाक के दावों की हकीकत
पाक ने कहा था छह भारतीय विमान गिराए। लेकिन सच तो ये है कि भारत का एक भी फाइटर नहीं गिरा था। उल्टा, पाक के छह विमान क्रैश हुए थे। इसमें चार अमेरिकी एफ-16, चीन के जेएफ-17 और एक बड़ा एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग प्लेन शामिल था। एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने इस दावे के पक्ष में डेटा और वीडियो सबूत भी दिए थे।

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