अहमदाबाद में अपने सहपाठी की हत्या करने वाले आरोपित छात्र को नहीं है अफसोस, स्कूल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप
अहमदाबाद के खोखरा-मणीनगर पूर्व इलाके में स्थित सेवेंथ डे स्कूल में दसवीं कक्षा के छात्र की पेपर कटर से हत्या के मामले की जांच अपराध शाखा को सौंप दी गई है। स्कूल में नौ हजार के करीब छात्र-छात्राएं हैं। वहीं आरोपित छात्र की एक अन्य छात्र से हुई चैट सामने आई है। इसमें वह अपराध को अंजाम देने की बात को स्वीकारते नजर आ रहा है।

राज्य ब्यूरो, अहमदाबाद। अहमदाबाद के खोखरा-मणीनगर पूर्व इलाके में स्थित सेवेंथ डे स्कूल में दसवीं कक्षा के छात्र की पेपर कटर से हत्या के मामले की जांच अपराध शाखा को सौंप दी गई है। स्कूल में नौ हजार के करीब छात्र-छात्राएं हैं।
वहीं, आरोपित छात्र की एक अन्य छात्र से हुई चैट सामने आई है। इसमें वह अपराध को अंजाम देने की बात को स्वीकारते नजर आ रहा है। उसे अपने इस जघन्य कृत्य पर कोई पछतावा नहीं है।
स्कूल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप
उक्त छात्र ने जब उससे पूछा कि क्या चाकू तुमने मारा था तो आरोपित छात्र लिखता है कि हां..। फिर वह मारे गए छात्र के बारे में पूछता है कि वैसे वह कौन था। इस पर आरोपित छात्र लिखता है नयन संताणी। इसके बाद आरोपित को उसका मित्र समझाता है कि चाकू नहीं मारना था- पिटाई कर देते।
इस पर आरोपित छात्र लिखता है कि अब जो होना था, वह हो गया। इस मामले में शिक्षा अधिकारी रोहित चौधरी ने स्थिति सामान्य होने तक शिक्षण कार्य ऑनलाइन चलाने का निर्देश दिया है। उन्होंने राज्य सरकार को एक रिपोर्ट भेजी है, जिसमें स्कूल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है।
पुलिस स्कूल प्रशासन की लापरवाही को छिपाते रहे
एक माह पहले पीडि़त ने आरोपित छात्र का मांसाहारी भोजन ठुकरा दिया था। इसके चलते उनके बीच तकरार चल रही थी। अभिभावकों का आरोप है कि खोखरा पुलिस स्कूल प्रशासन की लापरवाही को छिपाते आ रही है।
पुलिस हर मामले में लीपापोती करती रही
इससे पहले नग्न वीडियो बनाने से परेशान एक छात्रा ने स्कूल की बिल्डिंग से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। स्कूल प्रशासन से तंग आकर एक छात्र ने अपनी जान दे दी थी। लेकिन पुलिस हर मामले में लीपापोती करती रही।
स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
जिला शिक्षाधिकारी रोहित चौधरी ने राज्य सरकार को भेजी अपनी एक रिपोर्ट में स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। इस घटना के बारे में स्कूल प्रशासन ने जिला शिक्षा अधिकारी को सूचना तक नहीं दी।
छात्र को तुरंत अस्पताल नहीं पहुंचाया गया। इसके चलते उसका काफी खून बह गया। जब उसकी मां स्कूल पहुंची तो काफी देर हो चुकी थी। अभिभावक दीप्ती ब्रम्हभट्ट ने आरोप लगाया है कि छात्र व छात्राएं स्कूल में मांसाहारी भोजन लाते हैं, यह बंद होना चाहिए।
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