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    Ayurveda Day: केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा- आयुर्वेद भारत की प्राचीन परंपरा, इसको पोषित करने की जरुरत

    By AgencyEdited By: Sonu Gupta
    Updated: Sun, 23 Oct 2022 04:38 PM (IST)

    केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने रविवार को कहा कि आयुर्वेद भारत की प्राचीन परंपरा है और इसको जंगलों में रह रहे लोगों के साथ मिलकर और उनके सहयोग से इसको और पोषित किया जा सकता है।

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    अर्जुन मुंडा ने कहा कि आयुर्वेद भारत की प्राचीन परंपरा। (फोटो- ट्विटर)

    नई दिल्ली, पीटीआइ। केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने रविवार को कहा कि आयुर्वेद भारत की प्राचीन परंपरा है और इसको जंगलों में रह रहे लोगों के साथ मिलकर और उनके सहयोग से इसको और पोषित किया जा सकता है। विज्ञान भवन में सातवें आयुर्वेद दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने यह बात कही। इस कार्यक्रम के दौरान साक्ष्य-आधारित योजना और क्षमता निर्माण के माध्यम से जनजातीय संस्कृति विरासत को संरक्षित करते हुए जनजातीय विकास के लिए सहयोग, अभिसरण (Convergence) और तालमेल कर अवसर के क्षेत्रों का पता लगाने के लिए आयुष मंत्रालय और जनजातीय मामलों के मंत्रालय के बीच एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किया गया।

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    हर दिन हर घर आयुर्वेद है इस बार का थीम

    आयुर्वेद के लाभों को बड़े और जमीनी समुदाय तक पहुंचाने के उद्देश्य से इस साल का आयुर्वेद दिवस 'हर दिन हर घर आयुर्वेद' की थीम के साथ मनाया जा रहा है। छह सप्ताह तक चलने वाले इस समारोह में देश भर से भारी संख्या में भागीदारी देखी गई है। इस दौरान आयुष मंत्रालय के संस्थानों और परिषदों द्वारा 26 से अधिक केंद्रीय मंत्रालयों, मिशनों और दूतावासों के सहयोग से 5,000 से अधिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

    आयुर्वेद भारत की प्राचीन परंपरा

    विज्ञान भवन में सातवें आयुर्वेद दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुंडा ने कहा, 'आयुर्वेद भारत की प्राचीन परंपरा है। वनों में रह रहे लोगों के साथ मिलकर इसको और पोषित किया जा सकता है।' उन्होंने कहा कि आयुर्वेद ही एक ऐसा चिकित्सा पद्धति है जो बीमारी से बचाव की बात करता है, बीमार होने के बाद इलाज की नहीं।

    आयुर्वेद रोग निवारण का विज्ञान

    इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि आयुर्वेद रोग निवारण का विज्ञान है। यह एक प्राचीन ज्ञान है और हम इस क्षेत्र में बहुत प्रभावशाली शोध कार्य कर रहे हैं। इस दौरान केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री मुंजपारा महेंद्रभाई कालूभाई ने कहा की हमने देश में स्वास्थ्य की आयुष प्रणाली को गति दी है। आयुर्वेद को अब 30 देशों में मान्यता प्राप्त है। उन्होंने बताया कि आयुष का वर्तमान कारोबार 18.1 अरब डॉलर है।

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