NFSU में सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2025, विशेष व्याख्यान का हुआ आयोजन
गांधीनगर स्थित राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय में 'सतर्कता जागरूकता सप्ताह-2025' मनाया जा रहा है। इस अवसर पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम पर एक विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया, जिसमें ईमानदारी और नैतिक आचरण के महत्व पर जोर दिया गया। डॉ. जे.एम. व्यास ने भ्रष्टाचार मुक्त समाज के लिए आत्म-अनुशासन की आवश्यकता बताई। एनएफएसयू भ्रष्टाचार मुक्त भारत के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है।

NFSU में सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2025 (फोटो सोर्स- जेएनएन)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू), गांधीनगर में "पद्मश्री" से सम्मानित, एनएफएसयू के संस्थापक कुलपति, डॉ. जे.एम. व्यास के दूरदर्शी नेतृत्व में दिनांक 27 अक्टूबर से दिनांक 2 नवंबर, 2025 तक "सतर्कता जागरूकता सप्ताह-2025" मनाया जा रहा है। इस वर्ष का विषय "सतर्कता: हमारी साझा जिम्मेदारी" पर केंद्रित है।
इस सतर्कता सप्ताह के उपलक्ष्य में एस.के. सरीन, सलाहकार (सतर्कता)-एनएफएसयू द्वारा दिनांक 28 अक्टूबर, 2025 को "निवारक सतर्कता और भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम, 2018" पर एक विशेष व्याख्यान दिया गया। जिसमें उन्होंने भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए मुख्य कानूनी ढाँचे और सक्रिय रणनीतियों पर महत्वपूर्ण प्रकाश डाला।
एनएफएसयू के कुलपति, "पद्मश्री" से सम्मानित, डॉ. जे.एम. व्यास ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि खुशी की तरह, ईमानदारी भी एक जन्मजात मानवीय गुण है। उन्होंने उपस्थित सभी लोगों से अपराध और भ्रष्टाचार से मुक्त सद्गुणों को अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने समझाया कि भ्रष्टाचार तब उत्पन्न होता है जब लोग अवैध रूप से अपनी इच्छाओं की पूर्ति करने का प्रयास करते हैं। इसे रोकने के लिए, उन्होंने कहा कि आत्म-अनुशासन और व्यक्तिगत इच्छाओं पर नियंत्रण आवश्यक है। ईमानदारी एक न्यायपूर्ण समाज का एक महत्वपूर्ण आधार है।
एनएफएसयू-गांधीनगर के परिसर निदेशक, प्रो. (डॉ.) एस.ओ. जुनारे ने भी उपस्थित सभी लोगों को संबोधित करते हुए ईमानदारी की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एनएफएसयू की अटूट प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाकर, एनएफएसयू न केवल नैतिक आचरण को मजबूत कर रहा है, बल्कि भ्रष्टाचार मुक्त भारत के निर्माण के राष्ट्रीय मिशन में भी योगदान दे रहा है।
इस विशेष व्याख्यान के अंतर्गत प्रो.(डॉ.) नवीन कुमार चौधरी, परिसर निदेशक, एनएफएसयू-गोवा उपस्थित थे। इस अवसर पर एनएफएसयू के संकाय सदस्य और कर्मचारियों ने राजभाषा हिंदी में सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी बनाए रखने की शपथ भी ली।

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