बिहार के 1.27 लाख नए छात्रों को मिलेगा स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ, यहां जानिए पूरी डिटेल
बिहार सरकार की स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2025-26 में 1.27 लाख नए छात्रों को 1013 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण मिलेगा, जिस पर शिक्षा और वित्त विभागों ने सहमति दी है। इस योजना के तहत 4 लाख रुपये तक का ऋण दिया जाता है, जिसे बढ़ाकर 10 लाख या उससे अधिक करने का प्रस्ताव लंबित है, जिसमें विदेश में पढ़ाई भी शामिल है।

दीनानाथ साहनी, पटना। चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 में राज्य के एक लाख 27 हजार नये छात्र-छात्राओं को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत ऋण देने की तैयारी हो रही है। इस योजना के तहत योग्य लाभुकों को 1013 करोड़ 23 लाख 56 हजार रुपये ऋण वितरित किया जाएगा। शिक्षा विभाग की इस मांग राशि पर वित्त विभाग ने सहमति दे दी है।
वहीं, शिक्षा विभाग ने छात्र-छात्राओं के बीच ऋण वितरण संबंधी प्रस्ताव को स्वीकृति देते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने का दिशा-निर्देश जारी किया है।
ऋण राशि बढ़ाने का प्रस्ताव लंबित शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में चार लाख से बढ़ा कर दस लाख या इससे अधिक राशि करने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री के स्तर पर लिया जाना है।
इस प्रस्ताव में विदेश में पढ़ने के इच्छुक योग्य छात्र-छात्राओं को भी ऋण सुविधा शामिल है। हालांकि, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की राशि बढ़ाने की बात दो वर्षों से हो रही है, लेकिन इस पर सरकार के स्तर से फैसला नहीं हो सका है।
विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सरकार के स्तर से ऋण राशि बढ़ाने का प्रस्ताव मांगा जाएगा तब शिक्षा विभाग द्वारा संबंधित प्रस्ताव को आगे बढ़ाया जाएगा।
पिछले वर्ष 80,236 हजार विद्यार्थियों को मिला ऋण
बीते वित्तीय वर्ष 2024-25 में स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत 85 हजार छात्र-छात्राओं को ऋण देने का लक्ष्य रखा गया था। इस लक्ष्य के विरुद्ध 94.35 प्रतिशत छात्र-छात्राओं को ऋण स्वीकृत किया गया। पिछले वित्तीय वर्ष में सभी 38 जिलों से 84 हजार 478 आवेदन आए, जिनमें 80 हजार 236 विद्यार्थियों के लिए ऋण की स्वीकृति दी गई।
इन विद्यार्थियों को 1715 करोड़ 23 लाख ऋण वितरित किया गया। सबसे अधिक पटना जिले के छात्र-छात्राओं को योजना का लाभ मिला। पटना जिले में 6618 विद्यार्थियों को ऋण स्वीकृत हुआ।
दो अक्टूबर 2016 से लागू है स्कीम
दो अक्टूबर, 2016 को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना को लागू किया गया। इस योजना से इंटर पास युवाओं को 4 लाख रुपये तक ऋण सुविधा दिया जाता है। उच्च, व्यावसायिक, तकनीकी व चिकित्सा विषय के चार दर्जन पाठ्यक्रमों में ऋण का प्रविधान है। सर्वाधिक 63 प्रतिशत युवाओं ने तकनीकी शिक्षा के लिए ऋण लिया है। वोकेशनल कोर्स के लिए 17 प्रतिशत तथा सामान्य पाठ्यक्रम के लिए 20 प्रतिशत विद्यार्थियों ने ऋण का फायदा उठाया है।
योजना का फायदा उठाने में ग्रामीण इलाके के युवा सबसे आगे हैं और 91.99 फीसद युवाओं ने ऋण लिया है, जबकि शहरी इलाके के 8.01 फीसद युवाओं ने इसका फायदा उठाया है। सामान्य वर्ग से 20 प्रतिशत छात्र व 9 प्रतिशत छात्राएं, पिछड़ा वर्ग से 42.20 प्रतिशत छात्र व 17.10 प्रतिशत छात्राएं, अनुसूचित जाति से 6.30 प्रतिशत छात्र एवं 4.20 प्रतिशत छात्राएं, अनुसूचित जनजाति से 1.20 प्रतिशत छात्र-छात्राओं ने योजना का लाभ उठाया है।
वर्ष | लक्ष्य | लाभुक |
---|---|---|
2018-19 | 50,000 | 14,999 |
2019-20 | 75,000 | 45,591 |
2020-21 | 1,00,000 | 22,778 |
2022-23 | 1,00,000 | 26,293 |
2023-24 | 83,000 | 69,459 |
2024-25 | 85,000 | 80,236 |
ऋण लौटाने का प्रविधान
- दो लाख रुपये तक ऋण को अधिकतम 60 मासिक किस्त में तथा दो लाख से ऊपर पर अधिकतम 84 मासिक किश्त में लौटाने की सुविधा
- तय समय से पहले ऋण चुकाने पर 0.25 प्रतिशत ब्याज दर में छूट
- नियोजन नहीं होने या स्वरोजगार एवं अन्य साधनों से आय नहीं होने की स्थिति में ऋण की वसूली स्थगित
ऋण के लिए पात्रता
- उसी छात्र को मिलेगा, जो बिहार का निवासी हो
- राज्य के शिक्षण संस्थान व सीमावर्ती राज्यों के संस्थानों से 12वीं पास की हो
- आवेदक की अधिकतम उम्र 25 साल हो, लेकिन स्नातकोत्तर के लिए 30 साल से ज्यादा नहीं
- आवेदक की वार्षिक पारिवारिक आय 6 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए
- बिहार या राज्य अथवा केंद्र सरकार से किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान में नामांकित हो या नामांकन के लिए चयनित हो
- सामान्य छात्र-छात्रा के लिए ऋण पर सालाना 4 प्रतिशत ब्याज दर
- दिव्यांग, बालिका और ट्रांसजेंडर के लिए ऋण पर ब्याज दर एक प्रतिशत
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