भुवनेश्वर में छठ महापर्व की तैयारियां शुरू: तेजी से हो रही घाटों की सफाई, प्रशासन भी एक्टिव
Chhath Puja 2025: भुवनेश्वर में छठ महापर्व की तैयारियां पूरे जोर शोर से चल रही हैं। घाटों की सफाई तेजी से हो रही है ताकि श्रद्धालुओं को स्वच्छ वातावरण मिल सके। स्थानीय प्रशासन भी सक्रिय रूप से सुरक्षा और सुविधाओं का ध्यान रख रहा है, जिससे यह पर्व शांतिपूर्वक संपन्न हो। छठ पूजा को लेकर लोगों में उत्साह है।

भुवनेश्वर में छठ व्रतियों की सुविधा के लिए पार्किंग व अन्य व्यवस्थाओं पर तेजी से हो रहा काम। फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। राजधानी भुवनेश्वर में छठ महापर्व को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी छठ व्रतियों की सुविधा के लिए प्रशासन और विभिन्न पूजा समितियों ने घाटों की सफाई और सजावट का काम शुरू कर दिया है।
बिहार सोशल वेलफेयर सोसाइटी छठ पूजा कमेटी के मार्ददर्शन में, हिंदी विकास मंच छठ पूजा कमेटी, चिंतामणिश्वर छठ पूजा कमेटी और टंकपानी रोड छठ पूजा कमेटी के सदस्य इस बार के सामूहिक छठ पर्व को एक साथ मिलकर भव्य स्वरूप देने में जुटे हुए हैं।
कमेटियों की पहल पर कुआ खाई नदी घाट की सफाई और मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है। वहीं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पार्किंग की विशेष व्यवस्था की जा रही है, ताकि छठ व्रती और श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के पूजा संपन्न कर सकें।
कमेटियों की बैठकें लगातार जारी हैं, जिनमें सुरक्षा, प्रकाश व्यवस्था और जल की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की बात कही जा रही है। आयोजन समिति ने प्रशासन से भी सहयोग की मांग की है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
पूरी तरह शुद्धता और प्रकृति से जुड़ा पर्व
छठ पूजा समिति के सदस्यों का कहना है कि यह पर्व आस्था और विश्वास का प्रतीक है। यह पूरी तरह से शुद्धता, आत्मसंयम और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का पर्व है। दुनिया का यह एकमात्र पर्व है जिसमें डूबते और उगते दोनों सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है।
छठ व्रती महिलाएं चार दिन के इस महापर्व में कठोर नियमों का पालन करती हैं। निर्जला उपवास रखकर वे नदी या तालाब में खड़ी होकर भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करती हैं और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।
भुवनेश्वर सहित कई जिलों में दिख रही है छठ की रौनक
केवल राजधानी ही नहीं, बल्कि कटक, पुरी, जाजपुर, बालेश्वर और भद्रक जैसे शहरों में भी छठ की तैयारियां जोरों पर हैं। इन शहरों में रह रहे बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग उत्साहपूर्वक इस पर्व की तैयारी में जुट गए हैं।
बाजारों में प्रसाद और पूजन सामग्री की खरीदारी भी शुरू हो गई है।कमेटियों का कहना है कि इस बार छठ पूजा को और भी व्यवस्थित और साफ-सुथरे माहौल में मनाया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को ए सकारात्मक और शांतिपूर्ण अनुभव मिल सके।
प्रशासन भी सक्रिय
स्थानीय प्रशासन की ओर से सुरक्षा और यातायात की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस और स्वयंसेवक दलों को घाटों पर तैनात किया जाएगा। प्रकाश व्यवस्था, चिकित्सा टीम और पानी की आपूर्ति पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
छठ महापर्व का पहला दिन नहाय-खाय से शुरू होकर संध्या अर्घ्य और उषा अर्घ्य के साथ संपन्न होगा। राजधानी के विभिन्न घाटों पर हजारों श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना है।
- इस वर्ष नहाए खाए: 25 अक्टूबर 2025
- खरना: 26 अक्टूबर 2025
- संध्या अर्घ्य : 27 अक्टूबर 2025
- सुबह का अर्घ्य: 28 अक्टूबर 2025 को दिया जाएगा।
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