ईवीएम छिपाने की राजनीतिक आरोपों पर मुख्य चुनाव अधिकारी का खंडन, कहा- आरोप बिल्कुल तथ्यहीन और आधारहीन
मुख्य चुनाव अधिकारी ने ईवीएम छिपाने के राजनीतिक आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि ये आरोप पूरी तरह से तथ्यहीन और आधारहीन हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि ईवीएम को छिपाने का कोई भी आरोप निराधार है और इसे खारिज किया जाता है। अधिकारी ने जोर देकर कहा कि ऐसे आरोप किसी भी तथ्य पर आधारित नहीं हैं।

ईवीएम चोरी का आरोप
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ईवीएम मशीन छिपाने के आरोप पर राज्य मुख्य निर्वाचन अधिकारी आर.एस.गोपालन ने स्पष्टीकरण दिया है।मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि अन्य जिलों से कोई भी ईवीएम नहीं लाई गई है।
रविवार शाम एक राजनीतिक दल ने बड़ा आरोप लगाया था कि नुआपड़ा जिलाधिकारी ने गंजाम से एक ईवीएम लदा ट्रक मंगवाकर कहीं छिपा दिया है।एक चैनल ने भी इसे लगातार प्रसारित किया, जिसके चलते आज यह स्पष्टीकरण दिया जा रहा है।
30 जिलों में ईवीएम वेयर हाउस
मुख्य चुनाव अधिकारी ने कहा कि 30 जिलों में ईवीएम वेयर हाउस हैं। नुआपड़ा जिले में भी ईवीएम उपलब्ध हैं और वही उपयोग में लाई जा रही है। बाहर से कोई ईवीएम नहीं आया है। गंजाम जिले में दो वेयरहाउस हैं और इस महीने उनमें से कोई भी नहीं खोला गया है।जो आरोप लगाए गए हैं, वे बिल्कुल आधारहीन है।नुआपड़ा जिलाधिकारी के लिए किसी ईवीएम ट्रक को मंगवाना संभव नहीं है, इसके लिए निर्धारित प्रक्रिया होती है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि निर्वाचन आयोग बहुत सख्त है।पिछले 75 वर्षों से ईसीआई भरोसेमंद रही है।ईवीएम को लेकर लगाए गए किसी भी आरोप को अदालत में साबित नहीं किया गया है।पारदर्शिता कायम है।
ऐसे आरोपों पर मतदाता विश्वास न करें।साइलेंट आवर में पैसे बांटे जाने की कोई भी शिकायत सीईओ के पास नहीं आई है।हम कड़ी निगरानी रख रहे हैं।

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