Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Odisha News: नदी पार कर रही थी महिला तभी आ गया पानी, 3 दिनों तक मुश्किल में थी जान

    Updated: Thu, 28 Aug 2025 09:52 AM (IST)

    मयूरभंज जिले में एक 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला नदी पार करते समय अचानक पानी बढ़ने से एक टापू पर फंस गईं। तीन दिनों तक बारिश में भीगने और भूखे-प्यासे रहने के बाद दमकल विभाग ने उन्हें बचाया। महिला झारखंड की रहने वाली है और मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण भटक गई थी। ग्रामीणों और पुलिस की मदद से उनके परिवार को सूचित किया गया।

    Hero Image
    नदी पार कर रही थी महिला तभी आ गया पानी

    जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। नदी में अचानक पानी का तेज बहाव आ गया। इसी दौरान नदी पार कर रही एक बुजुर्ग महिला धारा में बह गई। सौभाग्य से वह एक टापू पर फंसकर बच गईं। तीन दिन तक बारिश में भीगते हुए और भूखे-प्यासे वहीं पड़ी रहीं। अंततः दमकल विभाग की टीम ने उन्हें सुरक्षित बचा लिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह घटना मयूरभंज जिले के ररुआं ब्लॉक के अंगारपड़ा पंचायत अंतर्गत कलंदा गांव के पास, खैरिभंडन और बैतरनी नदी संगम स्थल के निकट हुई। बचाई गई महिला का नाम मुंगी पिंगुआ (80) है। उनका घर झारखंड के कुमरुडुंगी थाना अंतर्गत चाम्पिला गांव में है। बताया जा रहा है कि उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी, जिसके कारण वह भटक कर यहां आ गई थीं। ररुआं और आस-पास के इलाके में वह कई दिनों से घूम रही थी।

    पिछले 24 तारीख को लगातार बारिश के दौरान बुजुर्ग महिला खैरिभंडन और बैतरनी नदी के संगम दोमुहानी से नदी पार कर रही थीं। तभी अचानक जलस्तर बढ़ने से वे नदी के बीच स्थित एक टापू पर फंस गईं। कलंदा गांव के कुछ युवकों ने उन्हें वहां फंसा हुआ देखा और सूचना दी।

    इसके बाद ररुआं अग्निशमन अधिकारी निरंजन पाढ़ी के नेतृत्व में एक टीम मौके पर पहुंची और महिला को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। बुजुर्ग को ररुआं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।

    ररुआं सरपंच झुनारानी पिंगुआ स्वास्थ्य केंद्र पहुंचीं और महिला की स्थिति के बारे में जानकारी ली। साथ ही उनकी पहचान करने का प्रयास किया। मानसिक स्थिति ठीक न होने के बावजूद उनसे मिली कुछ सूचनाओं के आधार पर झारखंड पुलिस से संपर्क साधा गया। बाद में चाम्पिला गांव के मुखिया मंडा मानिक को भी इसकी जानकारी दी गई। बीती रात मुंगी पिंगुआ का परिवार और कुछ ग्रामीण ररुआं पहुंचे और उन्हें अपने साथ घर ले गए।