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    पुरी रथ यात्रा भगदड़ मामला: डीएसपी समेत 7 ओडिशा पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की सिफारिश

    Updated: Sun, 09 Nov 2025 06:59 PM (IST)

    पुरी में हुई भगदड़ के मामले में DSP सहित 7 पुलिसकर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगा है। जांच में सामने आया कि भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिसकर्मी विफल रहे, जिसके कारण भगदड़ मची। जांच रिपोर्ट के आधार पर इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। पुलिस विभाग इस मामले को गंभीरता से ले रहा है।

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    गुन्डिचा मंदिर के पास रथ यात्रा के दौरान हुई थी भगदड़। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने 29 जून 2025 को पुरी में गुन्डिचा मंदिर के पास रथ यात्रा के दौरान हुई भगदड़ में कथित लापरवाही के लिए सात वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की है। इस घटना में तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे।

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    भीड़ प्रबंधन में चूक और सिस्टम फेल्योर

    सूत्रों के अनुसार, विकास आयुक्त अनु गर्ग की जांच रिपोर्ट में पाया गया कि रथ यात्रा के दौरान एआई आधारित निगरानी और भीड़ नियंत्रण प्रणाली पूरी तरह विफल रही। पुरी के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के तहत स्वीकृत 275 कैमरों में से केवल 123 ही काम कर रहे थे।

    रिपोर्ट में यह भी उल्लेख है कि कई वरिष्ठ अधिकारी महत्वपूर्ण स्थानों पर मौजूद नहीं थे और जमीनी स्तर पर तैनात कर्मियों ने रथों के पास भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए।

    रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने भीड़ से भरे क्षेत्रों में सजावटी लकड़ी के सामान ले जा रहे वाहनों की आवाजाही की अनुमति दी। इन ट्रकों के प्रवेश से अफरा-तफरी मच गई और गुन्डिचा मंदिर के बाहर भगदड़ की स्थिति बन गई, जहां हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए इकट्ठा थे।

    स्थिति की सूचना न देने में विफलता

    जांच में पाया गया कि डीएसपी प्रशांत कुमार साहू और कुम्भरापड़ा थाने के आईआईसी सुशांत साहू बढ़ती भीड़ और ‘पहुड़ा’ द्वार खोलने में देरी जैसी महत्वपूर्ण जानकारी उच्च अधिकारियों को समय रहते देने में विफल रहे।

    उनकी निष्क्रियता के कारण पुरी एसपी या जिला प्रशासन द्वारा समय पर हस्तक्षेप नहीं हो सका। जांच में तापस रंजन दास, के.के. नायक, प्रशांत साहू और सुशांत साहू के खिलाफ लापरवाही और कर्तव्य निर्वहन में चूक के लिए कार्रवाई की सिफारिश की गई।

    जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई

    गृह विभाग द्वारा जारी आधिकारिक पत्र के अनुसार, इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई मंजूर की गई है:

    • अजय कुमार पाढ़ी, कमांडेंट, ओएसएपी तीसरी बटालियन, कोरापुट
    • विश्व प्रसाद पति, डीसीपी (मुख्यालय), कमीश्नरेट पुलिस, भुवनेश्वर-कटक
    • तापस रंजन दास, कमांडेंट, पुरी
    • के.के. नायक, डिप्टी कमांडेंट, पुरी
    • प्रशांत कुमार साहू, डीएसपी, पुरी सिटी
    • सुशांत कुमार साहू, ओआईसी, कुम्भरापड़ा थाना
    • सरदा प्रसाद दाश, कमांडेंट, ओएसएपी तीसरी बटालियन, छत्रपुर

    दुर्घटना और पीड़ित परिवारों के आरोप

    29 जून को तड़के करीब 4:20 बजे भगदड़ तब मची जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु सुबह-सुबह दर्शन के लिए आगे बढ़े। मृतकों में प्रभाती दास, बसंती साहू और प्रेमकांत महांती शामिल थे।

    आंखोंदेखी गवाहों ने आरोप लगाया था कि दो ट्रकों के भीड़ के बीच से चारमाला लेकर गुजरने से भगदड़ की स्थिति बन गई। कई श्रद्धालुओं ने कहा था कि पुलिस वीआईपी प्रबंधों में व्यस्त थी और मूलभूत भीड़ सुरक्षा की अनदेखी हुई।