सेप्टिक टैंक में गिरकर तीन मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत, मामा के घर खेलते हुए हुआ हादसा
हाल ही में, तीन छोटे बच्चे अपने मामा के घर खेलते समय सेप्टिक टैंक में गिर गए, जिससे उनकी दुखद मौत हो गई। खेलते समय हुए इस हादसे ने परिवार में मातम फैला दिया। घटना के बाद बचाव कार्य तुरंत शुरू किया गया, लेकिन बच्चों को बचाया नहीं जा सका।

सेप्टिक टैंक में गिरकर तीन मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। नरसिंहपुर के बड़ंबा थाना क्षेत्र अंतर्गत रगड़िपड़ा गांव में सोमवार दोपहर एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई।यहां तीन मासूम बच्चे, जिनमें दो लड़के और एक लड़की शामिल थे,सेप्टिक टैंक में गिरने से अपनी जान गंवा बैठे।मृत तीनों बच्चे हैं इच्छापुर गांव के सुशांत नायक का पुत्र शुभम नायक (3), बड़बरेणा गांव के अनुज नायक की बेटी शिवानी नायक (7) और पुत्र अंकित नायक (9)। इस घटना में एक बहन का बेटा और दूसरी बहन के दोनों बच्चे (बेटा और बेटी) की मौत हो गई।
पारिवारिक दौरे के दौरान हुआ हादसा
मिली जानकारी के अनुसार, तीनों बच्चे अपने मामा के घर आए हुए थे।घर के पास निर्माणाधीन शौचालय के इलाके में खेलते समय एक बच्चा अचानक सेप्टिक टैंक में गिर गया। उसे बचाने की कोशिश में बाकी दो बच्चे भी अंदर कूद पड़े। कुछ ही पलों में तीनों की मौत हो गई।
ग्रामीणों के प्रयास और बचाव कार्य
बच्चों की चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण मौके पर दौड़े, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। सूचना मिलते ही पुलिस और अग्निशमन कर्मी मौके पर पहुंचे और शवों को बाहर निकाला। तीनों को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
स्थानीय निवासी अंकित कुमार नायक ने बताया कि हमें कुछ पता नहीं था। जब मेरी बहन ने फोन कर बताया कि उसका बेटा सेप्टिक टैंक में गिर गया है और उसे बड़ंबा मेडिकल ले जाया गया है, तब हम वहां पहुंचे। बाद में पता चला कि हादसा रगड़िपड़ा में हुआ था। बच्चे टैंक के ऊपर खेल रहे थे। स्लब ढीला था, जिसे वे समझ नहीं पाए। जैसे ही वे उस पर चढ़े, स्लब फिसल गया और तीनों बच्चे टैंक में जा गिरे। दो लड़के और एक लड़की — सभी नाबालिग थे और तीनों की मौत हो गई।
पुलिस जांच जारी
वडंबा थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, यह जानकारी आठगढ़ एसडीपीओ विश्वजीत महांती ने दी।तीनों शवों का पोस्टमार्टम करने के बाद परिवार को सौंप दिया गया है।पुलिस ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे निर्माणाधीन शौचालयों और खुले टैंकों के आसपास उचित सुरक्षा सुनिश्चित करें।
दर्दनाक सबक
इस हादसे ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया है।यह हादसा एक कड़वा सबक है कि ग्रामीण इलाकों में सुरक्षा जागरूकता कितनी जरूरी है ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाओं को टाला जा सके।

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