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    French Open 2025: कार्लोस अल्कारेज लगातार दूसरी बार बने चैंपियन, रोमांचक मुकाबले में वर्ल्ड नंबर-1 जैनिक सिनर को दी मात

    Updated: Mon, 09 Jun 2025 06:42 AM (IST)

    स्पेन के कार्लोस अल्कारेज ने फ्रेंच ओपन 2025 के मेन्स सिंगल्स फाइनल में वर्ल्ड नंबर-1 जैनिक सिनर को हराकर खिताब अपने नाम किया। रोलां गैरां के फिलिप चैटरियर कोर्ट पर खेले गए मुकाबले में अल्कारेज ने सिनर को 4-6 6-7(4) 6-4 7-6 (3) 7-6(2) से पराजित किया। अल्कारेज ने लगातार दूसरी बार फ्रेंच ओपन में यह ख़िताब जीता है।

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    कार्लोस अल्कारेज ने फ्रेंच ओपन 2025 में मेन्स सिंगल्स खिताब जीता।(फोटो सोर्स: रॉयटर्स)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। स्पेन के कार्लोस अल्कारेज ने फ्रेंच ओपन 2025 में मेन्स सिंगल्स खिताब जीत लिया। रोलां गैरां के फिलिप चैटरियर कोर्ट पर खेले गए फाइनल मुकाबले में उन्होंने वर्ल्ड नंबर-1 जैनिक सनर को 4-6, 6-7(4), 6-4, 7-6 (3), 7-6(2) से हरा दिया।

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    अल्कराज ने लगातार दूसरे साल फ्रेंच ओपन में मेन्स सिंगल्स खिताब अपने नाम किया। वहीं इटली के सिनर पहली बार फ्रेंच ओपन फे फाइनल में पहुंचे थे।

    लाल बजरी पर अलकराज का 'राज' कायम

    फ्रेंच ओपन में रविवार को इतिहास रचा गया। 5 घंटे 29 मिनट तक चले सांसें रोक देने वाले फाइनल मुकाबले में कार्लोस अलकराज ने एक बार फिर लाल बजरी पर अपनी दबदबा बनाए रखते हुए लगातार दूसरे साल फ्रेंच ओपन का खिताब जीता। अलकराज ने विश्व नंबर एक इटली के जानिक सिनर को 4-6 6-7(4) 6-4 7-6(3) 7-6(10-2) से हराया और इस सदी में राफेल नडाल और गुस्तावो क्यूर्टेन के बाद रोलां गैरो का खिताब बचाने वाले तीसरे खिलाड़ी बनकर इतिहास रच दिया। सिनर की यह ग्रैंडस्लैम फाइनल में पहली हार है।

    अलकराज और सिनर के बीच यह फ्रेंच ओपन के इतिहास का सबसे लंबा पुरुष सिंगल्स का फाइनल रहा। इससे पहले 1982 में मैट्स विलेंडर और गुइलेरमो विलास के बीच सबसे लंबा फाइनल मुकाबला खेला गया था, जो चार घंटे 42 मिनट तक चला था।

    अलकराज की जबरदस्त वापसी 

    अलकराज ने पहला सेट गंवाने के बाद जबरदस्त वापसी की और 'राफा नडाल युग' के बाद रोलां गैरों में अपना दबदबा मजबूत किया। इस जीत के साथ अल्कारा•ा ने सिनर के खिलाफ लगातार पांचवीं जीत हासिल की और सिनर की ग्रैंडस्लैम में 20 मैचों की जीत की लय तोड़ दी। दोनों युवा सितारों के बीच यह पहला मौका था जब दो खिलाडि़यों का फाइनल मुकाबला हुआ, जो 2000 के दशक में जन्मे हैं।

    दोनों ने पिछले आठ ग्रैंडस्लैम में से सात खिताब जीते हैं और टेनिस जगत में अपनी नई पीढ़ी का प्रभुत्व स्थापित कर दिया है।मैच की शुरुआत में सिनर ने 12 मिनट तक चले एक संघर्षपूर्ण गेम में अपनी सर्विस बचाई लेकिन अगली सर्विस में उन्होंने फोरहैंड शॉट को बाहर मारकर अपना गेम गंवा दिया।

    इसके बाद सिनर ने वापसी करते हुए पहला सेट जीत लिया और दूसरे सेट में 4-1 की बढ़त लेकर अलकराज पर दबाव बना दिया। हालांकि, आक्रामक रवैया अपनाते हुए अलकराज ने जोरदार वापसी की और लगातार दस गेम में बराबरी कर टाईब्रेक में मैच को खींच लिया, लेकिन सिनर ने शानदार फोरहैंड विनर मारकर दूसरा सेट भी अपने नाम कर लिया।अलकराज ने तीसरे सेट में भी संघर्ष जारी रखा और सिनर को कोई मौका न देते हुए मैच को पांच सेट तक खींच लिया।

    चौथे सेट में तीन मैच प्वाइंट बचाकर अल्काराज ने मुकाबले को निर्णायक सेट तक पहुंचा दिया। निर्णायक सेट में दोनों खिलाडि़यों ने एक-दूसरे की सर्विस ब्रेक की, लेकिन अंत में अलकराज ने सुपर टाईब्रेक में दमदार खेल दिखाते हुए 10-2 से जीत हासिल की और खिताब अपने नाम किया।

    वहीं सिनर का यूएस ओपन और आस्ट्रेलियन ओपन के बाद रोलां गैरो पर खिताब जीतने का सपना अधूरा रह गया।हाल ही में डोपिंग विवाद झेल चुके सिनर ने इस मैच में कई मौके बनाए, लेकिन निर्णायक क्षणों में चूक गए।अलकराज ने की इस जीत ने यह साबित कर दिया कि वह क्ले कोर्ट पर नडाल के उत्तराधिकारी बनने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उनकी यह जीत टेनिस के नए युग की शुरुआत का संकेत दे रही है, जहां नई पीढ़ी का दबदबा लगातार बढ़ता जा रहा है।