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    वतन लौटीं वर्ल्ड चेस चैंपियन Divya Deshmukh, नागपुर एयरपोर्ट पर हुआ जोरदार स्वागत; माता-पिता को दिया कामयाबी का श्रेय

    Updated: Thu, 31 Jul 2025 09:25 AM (IST)

    Divya Deshmukh शतरंज ग्रैंडमास्टर दिव्या देशमुख का नागपुर में भव्य स्वागत किया गया। 19 वर्षीय दिव्या ने जॉर्जिया में शतरंज वर्ल्ड कप जीता और हमवतन कोनेरु हम्पी को हराकर देश को गौरवान्वित किया। दिव्या ने ग्रैंडमास्टर का टाइटल जीता और कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई किया साथ ही 41 लाख रुपये का इनाम भी जीता। दिव्या ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और कोच राहुल जोशी को दिया।

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    Divya Deshmukh का नागपुर एयरपोर्ट पर हुआ भव्य स्वागत

    स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। Divya Deshmukh: चेस ग्रैंडमास्टर दिव्या देशमुख बुधवार को नागपुर पहुंचीं, जहां उनका स्वागत चैंपियन की तरह किया गया। 19 साल की दिव्या ने हाल ही में जॉर्जिया के बातुमी में शतरंज वर्ल्ड कप का खिताब जीता, जिससे पूरे देश को उन पर गर्व हैं।

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    उन्होंने फाइनल में हमवतन स्टार खिलाड़ी कोनेरु हम्पी को टाई-ब्रेक में हराकर ये खिताब अपने नाम किया। दोनों के बीच दो क्लासिकल मैच ड्रॉ रहे थे।

    दिव्या इस टूर्नामेंट में अंडरडॉग मानी जा रही थीं, लेकिन उन्होंने न सिर्फ ग्रैंडमास्टर का टाइटल जीता, बल्कि कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए भी क्वालीफाई किया और लगभग 41 लाख रुपये भी इनाम के तौर पर उन्हें मिले।

    Divya Deshmukh का नागपुर एयरपोर्ट पर हुआ भव्य स्वागत

    वर्ल्ड चेस चैंपियन बनकर लौटी दिव्या (Divya Deshmukh Welcome) ने एयरपोर्ट पर अपनी खुशी जाहिर की और कहा कि एयरपोर्ट पर इतने लोगों का प्यार और सम्मान देखकर वह बहुत खुश हैं।

    दिव्या ने नागपुर पहुंचकर न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मुझे बहुत अच्छा लग रहा है कि इतने लोग मुझे सम्मानित करने आए हैं और शतरंज को पहचान मिल रही है।

    माता-पिता को दिया क्रेडिट

    दिव्या ने अपनी कामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता, परिवार, अपनी बहन आर्या देशमुख और अपने पहल कोच राहुल जोशी सर को दिया। राहुल की 2020 में 40 साल की उम्र में मृत्यु हो गई थी। इस दौरान दिव्या ने कहा ,

    "मेरे मम्मी-पापा ने सबसे बड़ा रोल निभाया, उनके बिना मैं यहां तक नहीं पहुंच सकती थी। पूरा परिवार, बहन, दादी-दादा... सबका बहुत योगदान है।"

    दिव्या ने ग्रैंडमास्टर अभिजीत कुंटे का भी खास धन्यवाद करते हुए कहा कि अभिजीत सर मेरे लिए लकी हैं। जब-जब वो मेरे साथ रहे हैं, मैंने ट्रॉफी जीती है।

    दिव्या का अगला मिशन

    दिव्या ने आगे बताया कि वह कुछ दिन आराम करेंगी और फिर सितंबर 2-16 को समरकंद, उज्बेकिस्तान में ग्रैंड स्विस टूर्नामेंट में खेलेंगी। उन्होंने कहा कि इस महीने थोड़ा आराम करूंगी, फिर अगले महीने ग्रैंड स्विस खेलूंगी।