Khelo India University Games: खिलाड़ियों के गायब होने से उठने लगे सवाल, एथलेटिक्स को नहीं दिए गए मेडल
जयपुर में चल रहे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (केआइयूजी) की एथलेटिक्स स्पर्धाएं अव्यवस्थाओं और खिलाड़ियों की कम भागीदारी के कारण सवालों में घिर गई है ...और पढ़ें

खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी में अव्यवस्था।
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। जयपुर में चल रहे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (केआइयूजी) की एथलेटिक्स स्पर्धाएं अव्यवस्थाओं और खिलाड़ियों की कम भागीदारी के कारण सवालों में घिर गई हैं। कई स्पर्धाओं में तो एक-एक ही प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिससे आयोजकों के लिए पदक वितरण भी चुनौती बन गया।
स्पर्धाओं में अकेले खिलाड़ियों के दौड़ने का वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है। पांचवें खेलों इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 24 नवंबर को शुरू हुए थे, जो पांच दिसंबर तक चलेंगे। मंगलवार को मेंस की 400 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल में आठ एथलीटों को उतरना था, लेकिन ट्रैक पर सिर्फ स्वर्णिम गुजरात स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के रुचित मोरी ही मौजूद थे।
उन्होंने अकेले दौड़ते हुए 51.00 सेकेंड का समय निकालकर मीट रिकॉर्ड तोड़ दिया। इसके बावजूद नियमों के अनुसार उन्हें स्वर्ण पदक नहीं दिया गया क्योंकि किसी प्रतियोगिता में पदक देने के लिए कम से कम दो प्रतिभागियों का भाग लेना जरूरी होता है। पदक नहीं मिलने पर रुचित ने कहा, मैंने मेहनत की, रिकॉर्ड बनाया।
बाकी एथलीट डोपिंग टेस्ट से बचने के लिए ट्रैक पर नहीं आए, तो इसकी सजा मुझे क्यों मिली। उन्होंने अनुपस्थित खिलाड़ियों पर कार्रवाई की मांग भी की। इसी तरह, महिला 400 मीटर दौड़ में पांच में से केवल एक एथलीट कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी की मनीषा ट्रैक पर उतरीं।
मेंस 400 मीटर में आठ में से केवल दो धावक उतरे। आकाश राज ने स्वर्ण और पी अभिमन्यु ने रजत पदक जीता। जबकि कांस्य पदक नहीं दिया गया। महिला 5000 मीटर में भी पांच में से केवल दो ही खिलाड़ी उतरीं। गेम्स के तकनीकी निदेशक सावे ने दोहराया कि एक ही प्रतिभागी होने पर मेडल सेरेमनी नहीं होती और यह निर्णय साई को पहले ही भेज दिया गया था। कुल मिलाकर, खिलाड़ियों की अनुपस्थिति, प्रबंधन की खामियां और लगातार खाली पड़ते पोडियम इस संस्करण को एक असफल आयोजन में बदलते दिख रहे हैं।

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