दुनिया के सबसे तेज धावक रहे Usain Bolt ने किया बड़ा खुलासा, कहा- 'सीढ़ी चढ़ने में सांस फूल जाती है'
उसेन बोल्ट ने टोक्यो में शिरकत करके अपना सिग्नेचर पोज दिया। बोल्ट के नाम अब भी वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि वो अब अपने परिवार के साथ सुकूनदायक समय बिता रहे हैं। उसेन बोल्ट का मानना है कि उनकी पीढ़ी में तेज धावक थे। उन्होंने तकनीक पर नैसर्गिक प्रतिभा के महत्व को समझाया। बोल्ट ने मौजूदा एथलीट्स को फैंस के साथ प्रामाणिक रहने के लिए प्रोत्साहित किया।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया के सबसे तेज धावकों में से एक उसेन बोल्ट ने रविवार को टोक्यो के नेशनल स्टेडियम में शिरकत की। 39 साल के बोल्ट ने 60,000 दर्शकों के सामने अपना मशहूर 'टू द वर्ल्ड' पोज भी किया।
2017 में संन्यास ले चुके बोल्ट ने बताया कि वो अब अपने परिवार के साथ सुकूनदायक समय बिता रहे हैं। वो फिल्में देखते हैं और लीगो सेट्स बनाना पसंद करते हैं।
बोल्ट के अजेय रिकॉर्ड
8 बार के ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट बोल्ट के नाम अब भी तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज हैं। उन्होंने 100 मीटर रेस 9.58 सेकंड, 200 मीटर रेस 19.19 सेकंड और 4*100 मीटर रीले रेस 36.84 सेकंट के समय में पूरी की थी। यह तीनों बोल्ट के ऐसे रिकॉर्ड हैं, जो अब तक अजेय हैं।
बोल्ट ने की इनकी तारीफ
बोल्ट ने ध्यान दिया कि उनकी पीढ़ी के धावक जैसे टायसन गे और योहान ब्लैक आज के एथलीट्स से ज्यादा तेज थे। 2012 के बाद किसी ने 9.70 सेकंड का रिकॉर्ड नहीं तोड़ा।
बता दें कि बोल्ट बुडापेस्ट में वर्ल्ड एथलेटिक्स अल्टीमेट चैंपियनशिप का प्रचार करने पहुंचे थे। वहां उन्होंने अपनी दिनचर्या विस्तार से बताई। वो अपने बच्चों के साथ समय बिताते हैं, सीरीज देखते हैं और लीगो के प्रति जुनूनी बन चुके हैं।
सांस लेने में तकलीफ
बोल्ट ने बताया कि पिछले साल गंभीर चोट से जूझने के बाद उन्हें सीढ़ी चढ़ने में तकलीफ होती है। उन्होंने स्वीकार किया कि सीढ़ी चढ़ने में सांस फूलने लगती है। वो अब दौड़ने के बजाय जिम में मेहनत करके अपनी फिटनेस का ख्याल रखते हैं।
द गार्डियन से बातचीत में हुसैन ने कहा, 'मैं अधिकांश अपना वर्कआउट जिम में करता हूं। मैं कोई प्रशंसक नहीं हूं, लेकिन मुझे लगता है कि बाहर रहते हुए समय हो गया, अब असल में दौड़ने की शुरुआत करनी चाहिए। जब मैं सीढ़ी चढ़ता हूं तो सांस फूलने लगती है। मेरे ख्याल से जब मैं पूरी तरह इस पर पूरी तरह काम करूंगा तो संभवत: अपनी सांस ठीक करने के लिए कुछ मैदान के चक्कर पूरे करूंगा।'
ऐसे बिताते हैं दिन
उसेन बोल्ट ने संन्यास लेने के बाद एथलेटिक्स देखना बंद कर दिया था। उन्होंने हाल ही में मेलिसा जेफरसन-वुडन और ओबलीक सेविल के प्रदर्शन देखें। बोल्ट ने कहा कि वो घर में अच्छी तरह अपना दिन बिताते हैं, पारिवारिक समय पर ध्यान देते हैं और प्रतिस्पर्धी खेल देखने के बजाय मनोरंजन कार्यक्रम देखते हैं।
उन्होंने कहा, 'आम दिनों में, मैं उठकर अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने जाता हूं। फिर निर्भर करता है कि मुझे क्या करना है। अगर मुझे कुछ नहीं करना तो आराम करता हूं। अगर अच्छा मूड हुआ तो कभी वर्कआउट कर लेता हूं। मैं कुछ सीरीज देखता हूं और बच्चों के घर लौटने का इंतजार करता हूं।'
एथलेटिक्स में नई तकनीक का प्रभाव
बोल्ट ने आगे कहा, 'मैं बच्चों के साथ समय बिताता हूं। जब वो परेशान करते हैं तो मैं बाहर चला जाता हूं। फिर मैं घर लौटकर फिल्में देखता हूं। लीगो खेलता हूं। लीगो मुझे काफी पसंद है।'
एथलेटिक्स में नई तकनीक के प्रभाव के बारे में बात करते हुए बोल्ट ने शेली एन फ्रेसर प्राइस के सुपर स्पाइक्स के साथ सुधरे हुए समय पर ध्यान दिलाते हुए कहा कि यह सबूत है कि नैसर्गिक प्रतिभा अहम है। उन्होंने कहा, 'आपने शेली को देखा, जिनके पास नए स्पाइक्स हैं और वो तेज दौड़ रही हैं। तो यह प्रतिभा की बात है। हम उस समय के ज्यादा प्रतिभाशाली लोग हैं।'
एथलीट्स को अहम सलाह
उसेन बोल्ट ने मौजूदा एथलीट्स को फैंस के साथ जुड़े रहने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने समझाया, 'देखिए यह आपकी पर्सानिलिटी की बात है। मेरे ख्याल से जब कुछ अलग करने की बात आती है तो लोग मजाक करना पसंद करते हैं। सबकुछ अच्छे समय की बात है। अगर आप ज्यादा प्रयास करेंगे तो यह समान नहीं रहने वाला है।'
बोल्ट का फैंस के साथ कनेक्शन बहुत गहरा है। उन्होंने 2012 लंदन ओलंपिक्स का यादगार किस्सा बताया। बोल्ट ने कहा, 'जब मैं लंदन में था, तो क्वीन को जानता था, तो हाथ हिला दिया।' बोल्ट ने समझाया कि नैसर्गिक सोच से उन्हें दुनियाभर में फैंस से जुड़ने में मदद मिली।
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