‘वोट चोरी’ के खिलाफ वेबसाइट और मिस्ड कॉल नंबर, EC को घेरने के लिए राहुल गांधी ने क्या बनाया प्लान?
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2024 में धांधली के आरोपों पर चुनाव आयोग के खिलाफ देशव्यापी जागरूकता अभियान शुरू किया है। राहुल गांधी की डिजिटल मतदाता सूची की मांग का समर्थन करते हुए पार्टी ने वोट चोरी के खिलाफ एक वेबसाइट और मिस्ड कॉल नंबर जारी किया है। राहुल गांधी ने कहा कि वोट चोरी लोकतंत्र पर हमला है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2024 के साथ महाराष्ट्र चुनावों में धांधली के राहुल गांधी के दावों को लेकर चुनाव आयोग को कठघरे में खड़ा करते हुए तत्काल देशव्यापी जागरूकता अभियान शुरू कर दिया है।
इस क्रम में पार्टी ने चुनाव आयोग से 'वोट चोरी' के खिलाफ जवाबदेही की मांग के साथ डिजिटल मतदाता सूची देने की राहुल गांधी की मांग का समर्थन करने का आग्रह करते हुए रविवार को एक वेबसाइट शुरू भी कर दी है।
पार्टी ने एक मोबाइल नंबर भी किया जारी
चुनाव आयोग की घेरेबंदी के लिए शुरू किए गए इस अभियान में व्यापक जनसमर्थन जुटाने के लिए मिस्ड काल के माध्यम से भी लोगों को जोड़ने का फैसला किया गया है और इसके लिए एक मोबाइल नंबर भी जारी किया गया है।
चुनाव आयोग की शपथ पत्रदेने की धमकी भरी चेतावनी के बावजूद लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी चुनावी धांधली के अपने दावों को लेकर बैकफुट पर आने को बिल्कुल तैयार नहीं हैं और लोगों से इस अभियान का हिस्सा बनने का आग्रह कर उन्होंने अपनी दृढ़ता साफ कर दी।
'वोट चोरी' बुनियादी लोकतंत्र पर हमला: कांग्रेस
कांग्रेस की ओर से चुनावी धांधली के खिलाफ शुरू किए गए अभियान का अनुमोदन करते हुए रविवार को राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट किया-वोट चोरी 'एक व्यक्ति, एक वोट' के बुनियादी लोकतांत्रिक सिद्धांत पर हमला है।
स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के लिए साफ-सुथरी मतदाता सूची अनिवार्य है। चुनाव आयोग से हमारी मांग साफ है- पारदर्शिता दिखाएं और डिजिटल मतदाता सूची सार्वजनिक करें, ताकि जनता और राजनीतिक दल उसका खुद आडिट कर सकें। पार्टी की ओर से लांच वेबसाइट वोटचोरी डाट इन तथा मिस्ड काल नंबर 9650003420 को साझा करते हुए राहुल ने यह कहते हुए लोगों से समर्थन मांगा कि ये लड़ाई लोकतंत्र की रक्षा की है।
कांग्रेस ने महाराष्ट्र सहित कई चुनावों पर जताई चिंता
इसी वेबसाइट पर एक संदेश में पार्टी ने कहा है कि वोट हमारे लोकतंत्र की नींव है लेकिन भाजपा द्वारा इस पर सुनियोजित हमला किया जा रहा और चुनाव आयोग भी इसमें शामिल है। साथ ही यह भी कहा गया है कि कांग्रेस ने पहले भी महाराष्ट्र सहित, अन्य चुनावों को लेकर चिंताएं जताई हैं और अब हमारे पास वोट चोरी को लेकर सुबूत हैं।
वोट चोरी के खिलाफ पोर्टल पर पंजीकरण करने वालों को कांग्रेस की ओर से व्यक्ति के नाम के साथ एक डिजिटल प्रमाणपत्र भी जारी किया जा रहा। इस पर लिखा है कि वह 'वोट चोरी' के खिलाफ है और चुनाव आयोग से डिजिटल मतदाता सूची की राहुल गांधी की मांग का समर्थन करता है।
प्रमाणपत्र पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और कोषाध्यक्ष अजय माकन के डिजिटल हस्ताक्षर हैं। वेब पोर्टल लांच होते ही कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं में इससे जुड़ने की होड़ मच गई और कई नेताओं ने इसका समर्थन करने वाले अपने डिजिटल प्रमाणपत्र को इंटरनेट मीडिया पर साझा भी किया।
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